नेपाल में हालिया हिंसक प्रदर्शन के बाद यूपी पुलिस को सभी सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए एक विशेष नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। इसकी जिम्मेदारी एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश को सौंपी गई है।
एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं और गश्त व निगरानी को सुदृढ़ किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। डीजीपी मुख्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष में तीन हेल्पलाइन नंबर और एक व्हाट्सएप नंबर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। इसके जरिए लोग सीधे सहायता प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, पुलिस मुख्यालय की सोशल मीडिया इकाई को निर्देश दिए गए हैं कि नेपाल से संबंधित किसी भी संवेदनशील जानकारी या पोस्ट पर लगातार नजर रखी जाए और आवश्यकतानुसार तुरंत कार्रवाई की जाए।
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नेपाल में काठमांडू से शुरू हुए उग्र प्रदर्शन की आग मंगलवार को नेपालगंज तक फैल गई। हालात इतने बिगड़े कि नेपालगंज प्रशासन को फायरिंग करनी पड़ी और सीमा को 24 घंटे के लिए सील कर दिया गया। भारत-नेपाल सीमा पर आम आवाजाही पूरी तरह बंद रही, और नेपाल में फंसे लोगों को पहचान पत्र जांच के बाद ही भारत में प्रवेश दिया गया। सीमावर्ती क्षेत्रों में नाइट विजन ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।
नेपालगंज के धंबोजी चौक, बीपी चौक और नगरपालिका कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में युवा जमा हुए और हाथों में तख्तियां लेकर नेपाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन धीरे-धीरे हिंसक हो गया और युवाओं ने सड़क पर टायर जलाकर माहौल और गरमा दिया। सेना और एपीएफ ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग की।
विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए, एसएसबी और स्थानीय पुलिस ने सीमा पर गश्त बढ़ा दी। बहराइच के एसपी रामनयन सिंह ने बताया कि सीमावर्ती थाने रुपईडीहा, सुजौली, मोतीपुर और नवाबगंज को अलर्ट किया गया है और निगरानी लगातार जारी है।
नेपाल के उपद्रवियों ने मंगलवार शाम भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास किया, लेकिन सतर्क एसएसबी और पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभालकर उन्हें खदेड़ दिया। जमुनहा पुलिस चौकी क्षेत्र में लाठी-डंडों से लैस उपद्रवियों को सीमांत क्षेत्र से दूर कर दिया गया। एसएसबी कमांडेंट गंगा सिंह रावत ने बताया कि सीमा की संवेदनशीलता को देखते हुए गश्त और निगरानी लगातार बढ़ाई गई है और किसी भी अवांछित गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।