संभल: समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने एक बार फिर बयान देकर चर्चा में आ गए हैं। बुधवार को उन्होंने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ‘‘आई लव मोहम्मद’’ लिखने या ऐसा पोस्टर लगाने से किसी धर्म की भावना आहत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह अल्लाह और पैग़म्बर मोहम्मद साहब के प्रति प्रेम का इज़हार है।
सांसद बर्क ने बरेली में प्रस्तावित बुलडोजर कार्रवाई पर भी सवाल उठाए और इसे गलत बताते हुए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि यदि कानून का पालन हो रहा है, तो फिर शाहजहांपुर में मकबरे पर हमला करने वालों के घरों पर भी समान कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
उन्होंने दोहरे मानकों पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि वह निजी तौर पर बुलडोजर राजनीति के खिलाफ हैं, लेकिन कानून का इस्तेमाल सभी पर समान रूप से होना चाहिए।
बातचीत के दौरान सांसद ने सामाजिक सौहार्द पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह रावण के पुतले का प्रतीकात्मक दहन होता है, उसी तरह लोगों को अपने मन के भीतर बसे नफरत के ‘रावण’ को भी खत्म करना होगा। उन्होंने सभी धर्मों के लोगों से त्योहार आपसी सम्मान और शांति के साथ मनाने की अपील की।
राहुल गांधी को कथित धमकी के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी धमकियां बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने आरएसएस की कथनी और करनी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख सार्वजनिक मंचों से भले ही कहें कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर न तलाशा जाए, लेकिन उनके संगठन के ही लोग बार-बार इसे मुद्दा बना रहे हैं।