बरेली में बुधवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया। मौर्य ने कहा कि सपा नमाजवादी और परिवारवादी पार्टी है और भाजपा 2027 के विधानसभा चुनाव में 2017 से भी बड़ी जीत दर्ज करेगी। उनका कहना था कि सपा का अहंकार सत्ता में टिक नहीं पाएगा।

केशव प्रसाद मौर्य बरेली में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार के पुत्र की शादी में शामिल हुए। इसके बाद सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों और भाजपा पदाधिकारियों से मुलाकात की। प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा चार विधानसभा चुनाव जीत चुकी है और पश्चिम बंगाल में भी पार्टी की ताकत बढ़ रही है।

एसआईआर और मतदाता सूची पर विपक्ष को निशाना

मौर्य ने कहा कि कांग्रेस, सपा और टीएमसी मतदाता सूची के शुद्धिकरण से बौखलाई हुई हैं। उनका आरोप था कि ये दल घुसपैठियों को अपना रिश्तेदार मानते हैं और उनकी मंशा पूरी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि एसआईआर लोकतंत्र का महायज्ञ है, जिसमें मृतक मतदाताओं को हटाया जाएगा, 18 साल के युवाओं के नाम सूची में जोड़े जाएंगे और घुसपैठियों को चिह्नित कर हटाया जाएगा।

सपा पर आरोप: मुस्लिम तुष्टिकरण और राजनीति का अपराधीकरण

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा मुस्लिम तुष्टिकरण की घटिया राजनीति करती है और राजनीति में अपराधीकरण का रास्ता अपनाया। इसके विपरीत भाजपा ने राजनीति को अपराध मुक्त किया है। उन्होंने अखिलेश यादव से अपील की कि वे वंदे मातरम् का गान करें और अपने कार्यकर्ताओं से भी कराएं।

कांग्रेस को बताया वोट चोर

उपमुख्यमंत्री ने भाजपा और विपक्ष के कार्यकर्ताओं की तुलना करते हुए कहा कि भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता गलत नहीं कर सकता, जबकि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सही नहीं कर सकते। वोट चोरी के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी को सीधे वोट चोर कहा।