शामली के कुड़ाना गांव निवासी शौकीन पिछले 23 सालों से नवरात्र में व्रत रखकर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम कर रहे हैं।
सैलून चलाने वाले शौकीन ने बताया कि वह 23 साल पहले महावीर गिरी महाराज के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए जाता था, जो दोनों संप्रदाय के लोगों को एक मानते थे। उन्हीं से प्रेरित होकर उन्होंने रमजान के साथ ही नवरात्र के सभी व्रत रखने शुरू कर दिए। तब से लेकर आज तक लगातार नवरात्र पर न सिर्फ व्रत रखता है, बल्कि अंतिम दिन कन्याओं को जिमाने के बाद ही व्रत का समापन करता है।
शौकीन का कहना है कि अल्लाह-भगवान एक हैं, बस लोगों ने धर्म बांट रखे हैं। वह आखिरी सांस तक रोजों के साथ ही नवरात्र में व्रत भी करते रहेंगे।
परिजन भी करते हैं सहयोगशौकीन के परिवार में पत्नी परवीन, बेटा राजा और सोहेल हैं। परिवार के सदस्य भी व्रत में सहयोग करते हुए कन्याओं के लिए खाना बनाकर देते हैं।