लखनऊ। इस साल दीपोत्सव और कार्तिक पूर्णिमा मेला 19 अक्तूबर को मनाया जाएगा। तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। आयोजन को और भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन, अवध विश्वविद्यालय और विभिन्न विभागों के समन्वय से विशेष कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इस दौरान लेजर शो, ड्रोन शो और लाखों दीपों की रोशनी से सरयू तट जगमगाएगा।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। डीएम ने बताया कि राम की पैड़ी दीपोत्सव का मुख्य स्थल रहेगा। पिछले साल 25 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया था। इस बार दीपों की संख्या तय करने के लिए विचार-विमर्श चल रहा है। अवध विश्वविद्यालय के साथ मिलकर यह भी तय किया जा रहा है कि राम की पैड़ी पर दीपक कहां-कहां लगाए जाएंगे।

सुरक्षा और कार्ययोजना
डीएम ने कहा कि 2023 में कुछ अराजक तत्वों ने दीपक से तेल निकालने की घटना की थी। इसे रोकने के लिए इस बार ठोस सुरक्षा कार्ययोजना बनाई गई है। विभागीय जिम्मेदारियां बांटी जा चुकी हैं और जल्द ही पर्यटन व संस्कृति विभाग के अधिकारियों को भी नामित किया जाएगा। दीपक निर्माण की टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी, ताकि समय पर सभी व्यवस्थाएं पूरी हो सकें।

निर्माण कार्य और परिक्रमा की तैयारियां
डीएम ने राम की पैड़ी समेत दीपोत्सव स्थल पर निर्माण कार्य कर रही संस्थाओं से कहा कि 30 सितंबर तक सभी निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाए और निर्माण सामग्री हटा दी जाए। एडीएम सिटी योगानंद पांडेय ने दीपोत्सव की तिथिवार कार्यक्रमों की जानकारी दी। साकेत महाविद्यालय से निकलने वाली झांकी व शोभायात्रा, रामकथा पार्क, सरयू आरती और राम की पैड़ी के कार्यक्रमों की तैयारियों का ब्योरा भी संबंधित अधिकारियों ने प्रस्तुत किया।

डीएम ने परिक्रमा व कार्तिक पूर्णिमा मेला के लिए पांच दिनों में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। परिक्रमा मार्ग की सड़कों व स्ट्रीट लाइट का काम 15 अक्तूबर तक पूरा करने को कहा गया। बैठक में सीडीओ कृष्ण कुमार सिंह, एडीएम एफआर महेंद्र सिंह, सीएमओ डॉ. सुशील कुमार, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी, एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।