मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी के फतेहपुर कस्बे में आयोजित सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती समारोह में संबोधन देते हुए कहा कि जो लोग वंदे मातरम का विरोध करते हैं, उनके चेहरे पहचानना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए हमेशा सबसे आगे खड़े रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी चाहती ही नहीं थी कि लौह पुरुष सरदार पटेल का सम्मान हो।
मुख्यमंत्री ने मंच पर आते ही सियावर रामचंद्र की जय के साथ संबोधन की शुरुआत की और कहा कि आपसी मतभेद हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय एकता की बात होने पर सबको एकजुट होना चाहिए। मतभेद भूलकर राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखना जरूरी है।
योगी आदित्यनाथ सुबह करीब 10:30 बजे फतेहपुर स्थित अस्थायी हेलीपैड पर पहुंचे, जहां जिले के वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने आगमन के तुरंत बाद हेलीपैड के पास डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 1,734 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में सड़क, शिक्षा, सिंचाई, स्वास्थ्य और औद्योगिक विकास से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। इसी अवसर पर विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और स्वीकृति पत्र भी वितरित किए गए।
समारोह में भारी भीड़ जुटी रही और कार्यक्रम स्थल की चार किलोमीटर की परिधि को पुलिस प्रशासन के सुरक्षा घेरे में रखा गया। इस मौके पर राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, क्षेत्रीय प्रभारी संजय राय, क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा, जिला प्रभारी अवनीश सिंह पटेल, कुर्सी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा, विधायक दिनेश रावत, पूर्व सांसद प्रियंका सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत और जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य समेत कई भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।