गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के दीपोत्सव को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दीपावली पर दीया जलाने के विरोधी बयान देकर अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर, देवी-देवताओं और सनातन धर्म के त्योहारों से नफरत है। उनका यह बयान खासकर कुम्हार समुदाय का अपमान करने वाला है। सीएम ने तंज कसा कि गद्दी तो विरासत में मिल सकती है, लेकिन विवेक नहीं।

मुख्यमंत्री यह बयान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर गोरखपुर में आयोजित ‘विचार-परिवार कुटुंब स्नेह मिलन एवं दीपोत्सव से राष्ट्रोत्सव’ कार्यक्रम में दे रहे थे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में संघ के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। संघ के स्वयंसेवकों ने अनेक चुनौतियाँ झेलीं और प्रतिरोधों के बावजूद मंदिर निर्माण सुनिश्चित किया।

सीएम ने बताया कि अयोध्या में आठ वर्ष पूर्व वीरान माहौल अब दीपोत्सव की भव्य रौनक से जगमगा उठा है। इस बार 26 लाख 17 हजार दीयों के जलाने का नया विश्व रिकॉर्ड बना। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख का यह बयान कि दीया जलाने की बजाय मोमबत्ती जला लें, मिट्टी के दीयों से जुड़े किसानों और कुम्हारों के परिश्रम का अपमान है।

मुख्यमंत्री ने सपा और कांग्रेस दोनों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अदालत में एफिडेविट देकर कहा था कि राम और कृष्ण मिथक हैं, जबकि सपा ने अतीत में रामभक्तों पर गोलियां चलवाई। आज अयोध्या और प्रयागराज में लाखों लोग प्रभु श्रीराम और महाकुंभ के दर्शन कर रहे हैं, लेकिन विपक्ष इसके विरोध में खोट निकाल रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने राजनीतिक इस्लाम पर भी टिप्पणी की और कहा कि यह हमारी आस्था पर लगातार चोट कर रहा है। उन्होंने प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों की बिक्री पर रोक का उदाहरण दिया और लोगों से स्वदेशी उत्पाद खरीदने पर जोर दिया।

उन्होंने पंच परिवर्तन की अवधारणा का उल्लेख किया, जिसमें सामाजिक समरसता, परिवारिक प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी से आत्मनिर्भरता और नागरिक कर्तव्य शामिल हैं। सीएम ने कहा कि विकसित समाज और राष्ट्र के लिए समाज को आगे और सरकार को पीछे रहना चाहिए।

कार्यक्रम में संघ के गोरक्ष प्रांत प्रचारक रमेश जी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि संघ, सनातन और भारत एक ही हैं और यह संगठन विरोधों के बीच भी मजबूत खड़ा है।

इस अवसर पर प्रांत संघचालक डॉ. महेंद्र अग्रवाल सहित कई जनप्रतिनिधि और संघ से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित रहे।