सहारनपुर। कैराना से सपा सांसद इकरा हसन बुधवार को गंगोह के छापुर गांव पहुंचीं, जहां उन्होंने हाल ही में हुए शिव मंदिर प्रकरण और विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणियों पर नाराजगी जताई। समर्थकों से संवाद के दौरान इकरा हसन भावुक हो उठीं। उनका यह वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

सांसद इकरा हसन ने कहा कि छापुर में मंदिर तोड़े जाने की घटना बेहद दुखद और अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म या पूजा स्थल का अपमान किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। सांसद ने लोगों से सवाल करते हुए कहा- “मैं यह जानना चाहती हूं कि मेरी गलती आखिर कहां है, जिसके लिए मुझे और मेरे परिवार को गालियां दी जा रही हैं?”

उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके करीबी समर्थक ने सार्वजनिक रूप से उन्हें ‘मुल्ली’ और ‘आतंकी’ कहकर अपमानित किया, यहां तक कि उनके पिता और भाई के लिए भी अपशब्द बोले गए। इकरा ने कहा कि “यह सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि पूरे समाज की महिलाओं का अपमान है। क्या ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए?”

इकरा हसन ने कहा कि वह राजनीति डरकर नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने के लिए करती हैं। उन्होंने कहा, “मैं छापुर इसलिए आई हूं ताकि सच जान सकूं और लोगों से सीधा संवाद कर सकूं। अगर किसी को मेरे काम से शिकायत है तो वे मुझसे खुलकर कहें, लेकिन धर्म और जाति के नाम पर नफरत फैलाना गलत है।”

यह है मामला 

तीन अक्टूबर को गंगोह क्षेत्र के छापुर गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने शिव मंदिर की मूर्ति को खंडित कर दिया था। घटना के बाद हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष रोहित प्रधान के नेतृत्व में युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया और रैली निकालते हुए सपा सांसद इकरा हसन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कुछ लोगों ने अपशब्द भी कहे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में रोहित प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया था, हालांकि बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।