गाजियाबाद। शुक्रवार को चली तेज हवाओं से कुछ समय के लिए वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला, लेकिन हवा के थमते ही हालात फिर बिगड़ गए। महज 24 घंटे में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 121 अंकों की बढ़ोतरी के साथ शनिवार को 298 दर्ज किया गया। वसुंधरा और लोनी की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही, जहां एक्यूआई 337 तक पहुंच गया।
शहर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रशासनिक इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। हवा के भरोसे वायु गुणवत्ता सुधारने का इंतजार कर रहे अधिकारी इस बीच सड़कों पर ग्रैप (GRAP) के नियमों की खुली अवहेलना से अनजान नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को वसुंधरा सेक्टर-11 में नगर निगम द्वारा ही तारकोल जलाकर सड़क निर्माण कराया गया। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
शहर के चारों निगरानी केंद्रों का हाल
इंदिरापुरम – 252
लोनी – 337
संजयनगर – 268
वसुंधरा – 337
कौशांबी डिपो पर धूल से राहत के लिए छिड़काव
कौशांबी बस डिपो पर धूल उड़ने से यात्रियों को हो रही परेशानी को देखते हुए नगर निगम ने शनिवार को पानी का छिड़काव कराया। एआरएम अंशुल भटनागर ने बताया कि बसों के संचालन के दौरान उड़ती धूल से लोगों को दिक्कत होती थी। शिकायत मिलने पर निगम ने तुरंत कार्रवाई की, जिससे यात्रियों को फिलहाल राहत मिली है।