मुरादाबाद में मझोला के धीमरी निवासी शेर सिंह को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आरोपी भू-माफिया सिपाही और उसके बेटे को पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर पाई। पुलिस अपना वादा नहीं पूरा कर पाई तो शेर सिंह की पत्नी फिर से अपने घर में भूख हड़ताल पर बैठ गई है। पुलिस ने महिला लीलावती को उठाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
शेर सिंह की पत्नी लीलावती ने बताया कि हमारी करोड़ों रुपए की कीमत की जमीन का भू-माफिया घोषित सिपाही महेंद्र पाल सिंह और उसके पुत्र नीतीश कुमार ने धोखाधड़ी से उर्मिला देवी के नाम बैनामा करा लिया था। इनका पूरा एक गैंग है। इन्होंने करीब एक दर्जन लोगों की जमीन हड़पी हैं और आधा दर्जन मुकदमे इनके खिलाफ दर्ज हैं। लेकिन जेल नहीं गए।
महिला ने बताया कि मेरे पति शेर सिंह न्याय की लड़ाई लड़ते-लड़ते 15 दिसंबर 2020 को अपने ही घर में धरने पर बैठ गए थे। जिनकी 8 जनवरी 2021 मृत्यु हो गई। मेरे पति की मृत्यु के समय जिलाधिकारी ने दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से दिलाने का आश्वासन दिया था। साथ ही एसएसपी ने दोनों बाप बेटे को जेल भेजने का वादा किया था, लेकिन आज तक कोई वादा पूरा नहीं किया है।
पुलिस ने उल्टा मुझे ही डांटा और कहा कि…
महिला ने कहा कि आज तक मुझे झूठे वादे के सिवाय कुछ नहीं मिला है। पुलिस ने उल्टा मुझे ही डांटा और कहा कि हमने उसे भू-माफिया घोषित कर दिया। नौकरी से बर्खास्त करा दिया है। अब क्या उसे फांसी लगवाएगी।
इस तरह मुझे अपमानित करके भगा दिया था
इस तरह मुझे अपमानित करके एसएसपी कार्यालय से पुलिसकर्मियों ने भगा दिया था। न्याय न मिलने पर 20 दिसंबर 2021 को धरने पर बैठने जा रही थी तो पुलिस ने मुझे ही घर पर बंधक बना लिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अपना वादा नहीं निभा आए तो शनिवार सुबह लीलावती अपने घर में भूख हड़ताल पर बैठ गई। सुबह से पुलिस तीन बार महिला को उठाने का प्रयास कर चुकी है।