बीवाईडी को झटका, टेस्ला को भारत से समर्थन! क्या मस्क को मिल रहा फायदा?

साल 2024 में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की नई टेक्नोलॉजी से लेकर कारों की सेल तक के मामले में चीन की BYD अमेरिका की Tesla को मात देती नजर आई. इस बीच टेस्ला ने इंडियन मार्केट में एंट्री करने की पूरी तैयारी कर ली. भारत सरकार ने भी उसका खुले दिल से स्वागत किया. देश की ईवी पॉलिसी में बदलाव करके इंपोर्ट ड्यूटी को 15 प्रतिशत तक लाया गया है. ऐसे में क्या टेस्ला को बीवाईडी से जीत दिलाने में भारत से मदद मिलने जा रही है?

एलन मस्क इस समय अमेरिका समेत यूरोप तक में ‘बॉयकॉट ट्रेंड’ का शिकार हो रहे हैं. लोग टेस्ला की गाड़ियों को खरीदने से परहेज कर रहे हैं. वहीं टेस्ला के सबसे बड़े बाजार चीन में भी बीवाईडी ने टेस्ला पर बढ़त बनाई हुई है. उसकी सेल वहां घट रही है. इस तरह भारत जैसे 150 अरब की आबादी वाले बाजार में टेस्ला की एंट्री काफी अहम हो जाती है और क्या भारत की पॉलिसी से उसे मदद मिलने जा रही है.

BYD को ना-ना, Tesla को हां-हां

भारत सरकार ने जो ईवी पॉलिसी बनाई है, उसमें 15 प्रतिशत की इंपोर्ट ड्यूटी पर इलेक्ट्रिक कारों के आयात का प्रावधान है. इसके साथ एक शर्त ये भी है कि उस कंपनी को भारत में तीन साल के अंदर अपनी कोई फैक्टरी या असेंबली लाइन लगानी होगी. इस पर उसे 50 करोड़ डॉलर का निवेश भी करना होगा. भारत सरकार लंबे समय से टेस्ला को यहां फैक्टरी लगाने का आग्रह कर रही है.

दूसरी ओर चीन की BYD ने भारत में एक अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई है. इसका प्रस्ताव सरकार के पास एक साल से भी ज्यादा समय से लंबित है. भारत सरकार ने चीन और वहां की कंपनियों को लेकर एक नीति बनाई हुई है कि चीन से होने वाले निवेश पर केंद्र सरकार की मंजूरी अनिवार्य है.

हाल में केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि भारत अपनी रणनीति को लेकर सावधान रह सकता है. इसलिए अभी BYD की योजना को मंजूरी नहीं दी जा सकती है.

बीवाईडी अभी भारत में इलेक्ट्रिक बस से लेकर इलेक्ट्रिक कार बेचती है. कंपनी ने हाल में हुए ऑटो एक्सपो 2025 में भी अपनी एक नई कार BYD Sealion पेश की है.

BYD दे रही Tesla को धोबी पछाड़

चीन की इलेक्ट्रिक कार कंपनी BYD ने ग्लोबल कार मार्केट में अपना दबदबा बढ़ाया है. साल 2025 के शुरुआती 3 महीनों BYD की ओवरऑल सेल में 60 प्रतिशत का उछाल आया है. इस दौरान चीन की इस कंपनी ने 10 लाख से ज्यादा ईवी और हाइब्रिड कारों की सेल की है. जबकि टेस्ला की सेल 3.5 लाख यूनिट से भी कम रही है.

BYD ने जनवरी से मार्च के बीच करीब 4.16 लाख यूनिट सिर्फ प्योर इलेक्ट्रिक कारों की बेची. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक उसकी ये सेल भी पिछले साल के मुकाबले 39 प्रतिशत अधिक है. हाइब्रिड कारों को मिलाकर कंपनी की सेल 60 प्रतिशत बढ़ी है.

टेस्ला के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ग्लोबल सेल जनवरी-मार्च में 3.36 लाख यूनिट रही है. पिछले साल ये 3.87 लाख यूनिट थी. इस तरह टेस्ला की सेल 13 प्रतिशत तक गिरी है.

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