केरल सरकार लोकप्रिय कॉर्पोरेट ऑनलाइन कैब सर्विस के विकल्प के तौर पर अगले महीने से अपनी खुद की ई-टैक्सी सेवा शुरू करने के लिए तैयार है। इसे देश में किसी भी राज्य सरकार द्वारा इस तरह की पहली पहल माना जा रहा है।

राज्य के श्रम विभाग द्वारा ‘केरल सावरी’ नाम से ऑनलाइन टैक्सी हायरिंग सेवा शुरू की जा रही है, जो राज्य में मौजूदा ऑटो-टैक्सी नेटवर्क को जोड़ती है। इसका मकसद राज्य में प्रचलित सस्ती दरों पर जनता के लिए सुरक्षित और विवाद मुक्त यात्रा सुनिश्चित करना है।

केरल के सार्वजनिक शिक्षा और श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी ने कहा, “यह पहली बार है कि सरकार देश में एक ऑनलाइन टैक्सी सेवा शुरू कर रही है। यह सरकार श्रमिकों के कल्याण के उद्देश्य से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रभुत्व वाले क्षेत्र की ओर बढ़ रही है।” उन्होंने कहा, “केरल सावरी तय दर के अलावा सिर्फ 8 फीसदी सर्विस चार्ज लेगा।”

मंत्री ने कहा, “केरल सावरी एप बच्चों और महिलाओं के इस्तेमाल के लिए एक बहुत ही सुरक्षित प्रणाली है। एप को सुरक्षा मानकों में अत्यधिक सावधानी के साथ बनाया गया है। एप में एक पैनिक बटन सिस्टम भी है जिसे कार दुर्घटना के मामले में या किसी अन्य प्रकार के खतरे में दबाया जा सकता है। कोई इसे निजी तौर पर कर सकता है।”

उन्होंने कहा, “यह परियोजना मोटर वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड द्वारा योजना बोर्ड, कानूनी माप विज्ञान, परिवहन, आईटी और पुलिस विभागों के सहयोग से लागू की जाएगी। पलक्कड़ के एक सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन भारतीय टेलीफोन उद्योग ने परियोजना के लिए तकनीकी मदद मुहैया कराई है।”
इस नई सेवा का शुभारंभ यहां कनकक्कुन्नू पैलेस में मलयालम महीने चिंगम की शुरुआत के दिन होने वाले एक समारोह में किया जाएगा, जो 17 अगस्त को पड़ रहा है।