न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को उन्होंने कम कराया था। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ व्हाइट हाउस में बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के साथ अमेरिका बड़े व्यापारिक समझौते कर रहा था, इसलिए उन्होंने भारत और पाकिस्तान से स्पष्ट कहा, "आप लोग क्या कर रहे हैं?"
ट्रंप के अनुसार, हालात उस समय काफी तनावपूर्ण थे और किसी एक को निर्णायक कदम उठाना था। उन्होंने बताया कि उन्होंने दोनों पक्षों से संवाद किया और माना कि यह कोशिश कामयाब रही। ट्रंप ने इस बातचीत में पाकिस्तानी नेताओं की तारीफ की, साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना अच्छा मित्र बताया।
भारत ने किया था जवाबी हमला
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने सात मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकी अड्डों को निशाना बनाया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया। अंततः दोनों देशों ने 10 मई को संघर्ष को विराम देने पर सहमति जताई। इस पूरे घटनाक्रम के बीच ट्रंप ने यह दावा लगातार दोहराया कि अमेरिका की पहल से यह स्थिति नियंत्रण में आई।
दक्षिण अफ्रीका में 'श्वेत नरसंहार' पर भी बोले ट्रंप
इसी बैठक में ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका में कथित रूप से श्वेत किसानों पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई। उन्होंने राष्ट्रपति रामफोसा के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की और एक वीडियो प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने श्वेत लोगों पर हुए हमलों के प्रमाण होने का दावा किया। इस वीडियो में हजारों कब्रों को दिखाया गया, जिन्हें श्वेत किसानों की कब्रें बताया गया था।
ट्रंप ने कहा कि ये घटनाएं प्रमाणित हैं और उन्होंने कुछ प्रिंट लेख भी दिखाए, जिनमें इन मामलों का ज़िक्र था। रामफोसा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने पहले ऐसी कोई जानकारी नहीं देखी थी और वे जानना चाहेंगे कि वीडियो में दिखाए गए स्थान क्या हैं।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से पूर्व में यह साफ किया जा चुका है कि देश में हिंसा की घटनाएं सभी जातियों को प्रभावित करती हैं, और पीड़ितों में बड़ी संख्या में अश्वेत नागरिक भी शामिल हैं।