पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर राजनीतिक तनाव एक बार फिर उभर आया है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को अदियाला जेल में बंद इमरान खान से लगातार आठवीं बार मुलाकात की अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद हालात और गरमा गए। अनुमति ठुकराए जाने से नाराज़ अफरीदी ने रावलपिंडी स्थित जेल परिसर के बाहर ही धरना दे दिया, जिससे सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया।
गुरुवार को मुख्यमंत्री अपने समर्थकों और पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ जेल की ओर रवाना हुए, लेकिन भारी पुलिस बल ने उन्हें फैक्ट्री नाका पर रोक दिया। रोकने के बाद अफरीदी ने वहीं बैठकर विरोध शुरू कर दिया और नमाज़ भी अदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि अदालत के आदेश के बावजूद उन्हें मुलाकात से रोका जा रहा है और पुलिस किसी तरह का लिखित कारण भी नहीं बता रही।
‘खैबर पख्तूनख्वा के साथ सौतेला व्यवहार’
अफरीदी ने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि 2.5 करोड़ लोगों के चुने हुए प्रतिनिधि के साथ इस तरह का व्यवहार गलत मिसाल है। उन्होंने कहा कि इमरान खान की बहनों, वकीलों, डॉक्टरों और पार्टी नेताओं तक को जेल प्रशासन मिलने नहीं दे रहा, जिससे संदेह और बढ़ रहा है।
इमरान खान की सेहत पर आशंकाएं
पीटीआई नेताओं का आरोप है कि इमरान को अलग-थलग रखकर उनकी सेहत को खतरे में डाला जा रहा है। पार्टी नेता जुल्फी बुखारी ने कहा कि 4 नवंबर के बाद से किसी ने भी इमरान खान को नहीं देखा है। उन्होंने परिवार और अधिवक्ताओं को तुरंत मिलने देने की मांग उठाई।
जेल प्रशासन का जवाब—‘सभी आरोप बेबुनियाद’
अदियाला जेल प्रशासन ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया। अधिकारियों ने कहा कि इमरान खान की सेहत पूरी तरह ठीक है और उन्हें कहीं और स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है। प्रशासन ने मुलाकात रोकने के आरोपों को भी गलत बताया।
अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं इमरान
इमरान खान अगस्त 2023 से विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं। मुलाकात को लेकर जारी विवाद अब मुख्यमंत्री स्तर के विरोध तक पहुंच चुका है, जिससे पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति और अस्थिर होती दिख रही है। अफरीदी ने कहा कि अब हालात ऐसे बन रहे हैं कि PTI को अंतिम कदम पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।