इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में गंभीर अंतर्कलह के बीच खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गंडापुर लंबे समय से पार्टी नेतृत्व और इमरान खान के करीबी रिश्तेदारों के साथ मतभेदों का सामना कर रहे थे।
खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी हमलों और कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पीटीआई के भीतर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बनाई जा रही थी। लेकिन इससे पहले शनिवार को गंडापुर ने अपने पद से हटने का फैसला किया। पार्टी ने इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव लाने का विचार स्थगित कर दिया।
अली अमीन गंडापुर और पीटीआई नेतृत्व के बीच मतभेद लंबे समय से बढ़ रहे थे। गंडापुर और इमरान खान की बहन अलीमा खान के बीच भी तनातनी रही है। अलीमा खान ने आरोप लगाया था कि गंडापुर सेना के साथ मिलकर पार्टी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे, जबकि गंडापुर ने अलीमा पर पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया था।
पीटीआई ने अली अमीन गंडापुर की जगह एमपीए सोहेल अफरीदी को खैबर पख्तूनख्वा का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। पार्टी ने कहा है कि यह निर्णय इमरान खान के निर्देशानुसार लिया गया है। पार्टी का यह कदम कानून व्यवस्था सुधारने और राज्य में सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है।
हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा में पीटीआई की एक नेता का अपहरण भी हुआ था, जिसके बाद पार्टी समर्थकों ने गंडापुर की आलोचना की थी। यह घटनाक्रम पीटीआई में चल रहे अंतर्कलह और नेतृत्व विवाद को उजागर करता है।