पिछले महीने ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले में कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस अल उदैद को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। नई सैटेलाइट तस्वीरों से यह संकेत मिला है कि हमले में एयरबेस पर मौजूद जियोडेसिक गुंबद को नुकसान हुआ, जिसे अमेरिकी वायुसेना गोपनीय संचार के लिए उपयोग में लाती थी। हालांकि अमेरिकी या कतर सरकार की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान अब तक नहीं आया है।
अमेरिका के बंकर बस्टर हमलों के जवाब में ईरान का निशाना
इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में अमेरिकी सेना द्वारा ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर बंकर बस्टर बमों से किए गए हमले हैं। इसके प्रतिउत्तर में ईरान ने 23 जून को कतर में मौजूद अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाया। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, हमले से पहले ही संभावित खतरे के संकेत मिल गए थे, जिससे फौज ने अपने कई फाइटर जेट्स को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया था।
सीमित क्षति की पुष्टि, लेकिन दावा-प्रतिदावा जारी
प्लेनेट लैब्स द्वारा 25 जून को जारी सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण में पाया गया कि एयरबेस पर स्थित संचार गुंबद को क्षति पहुँची है। हालांकि अन्य ढांचों को नुकसान नहीं हुआ। अमेरिका ने हमले को “कमजोर और सीमित प्रभाव वाला” करार दिया है।
वहीं, ईरान ने दावा किया है कि उसने एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचाया और यहां तक कि पूरे बेस को नष्ट कर देने का भी दावा किया गया। हालांकि, इन दावों के समर्थन में ईरान की ओर से कोई ठोस साक्ष्य अब तक प्रस्तुत नहीं किया गया है।
अल उदैद एयरबेस पर तैनात हैं अमेरिकी बल
गौरतलब है कि कतर के अल उदैद एयरबेस पर अमेरिकी वायुसेना की 379वीं एयर एक्सपीडिशनरी विंग तैनात है, जो मध्य पूर्व में अमेरिकी सेनाओं की गतिविधियों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस घटना के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव कुछ समय के लिए बढ़ा, हालांकि बाद में दोनों पक्षों के बीच कूटनीतिक बातचीत के संकेत भी सामने आए।