पाकिस्तान में गाजा पीस प्लान के विरोध में जारी प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया है। तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के समर्थकों और पुलिस के बीच लाहौर में भिड़ंत हुई, जिसमें कम से कम एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर गोलियां चलाई, जिससे तनाव और बढ़ गया।
पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का उपयोग किया और बल का प्रयोग किया। वहीं, TLP ने दावा किया कि उनके कई समर्थक मारे गए और कई घायल हुए हैं। TLP प्रमुख साद रिजवी भी इस हिंसा में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में रिजवी को पुलिस से बातचीत की कोशिश करते हुए देखा गया।
इस दौरान कई वाहन जल गए, जिनमें विरोध मार्च में शामिल एक ट्रक भी था। शुक्रवार से पाकिस्तान के पूर्वी हिस्सों में शुरू हुए इस "लॉन्ग मार्च" के दौरान अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच लगातार झड़पें हुईं। पुलिस ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया।
स्थिति अब भी तनावपूर्ण है, और पाकिस्तान की सुरक्षा बलों ने मार्च के दौरान लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं।