यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका लगातार आक्रमक है। अमेरिका ने एक बार फिर हूती विद्रोहियों के बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ हमला किया। अमेरिका का यह तीसरा हमला है। अमेरिका के सेंट्रल कमांड ने एक्स पर ट्वीट कर हमले की जानकारी साझा की। व्हाइट हाउस का कहना है कि अगर समूह आगे भी हमला करेगा तो अमेरिका भी उनका मुकाबला करेगा और मुंहतोड़ जवाब देगा। 

समूह की चार मिसाइलों के उड़ाए परखच्चे 
यूएस कमांड पोस्ट ने ट्वीट कर बताया कि हूती अंतरराष्ट्रीय जहाजों के खिलाफ लगातार हमला कर रहा था। 16 जनवरी को दोपहर 1.45 बजे विद्रोहियों ने एक एंटी शिप मिसाइल लॉन्च किया। ग्रीक शिपिंग और द्वीप नीति मंत्रालय ने बताया कि जहाज स्वेज नहर के उत्तर की ओर जा रहा था। जिसमें माल्टा देश का ध्वज लगा हुआ था। हालांकि, अमेरिका के अनुसार हमलों में कोई घायल नहीं हुआ और जहाज को भी अधिक नुकसान नहीं हुआ। विद्रोहियों के इस हमले के बाद अमेरिका की सेना ने हमला किया और उनकी एंटी-शिप मिसाइलों को नष्ट कर दिया। अमेरिका ने विद्रोहियों द्वारा लॉन्च के लिए तैयार चार बैलिस्टिक मिसाइलों को अपने हमले में नष्ट कर दिया। 

अमेरिका आगे भी हमलों का जवाब देंगे
व्हाइट हाउस के अधिकारी, जॉन किर्बी का कहना है कि अगर समूह आगे भी हमले जारी रखेगा तो अमेरिका उनका मुकाबला करेगा। किर्बी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उनसे पिछले दो हमलों में हुए नुकसान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं आपको इसकी जानकारी के लिए पेंटागन भेजूंगा। पेंटागन इस सवाल के जवाब के लिए उचित हैं। मैंने पहले ही कहा था कि हूती हमारे हमले के बाद किसी न किसी रूप में जवाबी कार्रवाई करेंगे और उन्होंने किया भी। अमेरिका ने उन्हें जवाब देने के लिए हमला किया है और उनकी सैन्य क्षमता को बधित करने के लिए हमला किया था। हालांकि, जहां तक बात है युद्ध क्षति के आंकलन की तो इसका जवाब पेंटागन बेहतर दे सकता है। किर्बी ने आगे कहा कि हमें पता है कि समूह के पास अब भी सैन्य शक्ति है। अब उनको तय करना है कि वह इन शक्ति का इस्तेमाल कैसे करेंगे। अगर वे हमले जारी रखेंगे तो हम भी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे और उनका उचित मुकाबला करेंगे। जैसा हमने आज किया। 

अमेरिकी सेना ने मंगलवार को बताया कि एक कार्रवाई के दौरान उन्होंने हूती विद्रोहियों के लिए जा रहे एक जहाज से ईरान में निर्मित मिसाइलें और हथियारों को जब्त भी किया है। हालांकि, इस दौरान अमेरिका के दो कमांडो लापता हो गए।