नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयानों ने भारत की राजनीति में फिर हलचल मचा दी है। ट्रंप ने दावा किया कि भारत रूस से तेल आयात घटाएगा और उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” को रोकने में भूमिका निभाई थी। इस पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है।

पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि हर बार जब ट्रंप भारत से जुड़े विवादास्पद बयान देते हैं, प्रधानमंत्री चुप्पी साध लेते हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “ट्रंप जब कहते हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रोका या भारत रूस से तेल आयात घटाएगा, तो उनके ‘अच्छे दोस्त’ मौनी बाबा बन जाते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है — अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच यह 54.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 49.6 अरब डॉलर था।

ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब उन्होंने दोबारा दावा किया कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद करेगा और दोनों देशों के बीच तनाव घट रहा है। हालांकि, भारत ने साफ किया है कि उसकी ऊर्जा नीति पूरी तरह राष्ट्रीय हितों द्वारा संचालित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ऊर्जा आपूर्ति के स्रोतों को विविध बना रहा है और अमेरिकी ऊर्जा क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ा रहा है।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी दबाव में काम कर रहे हैं और उन्होंने विदेश नीति को कमजोर बना दिया है। पार्टी का कहना है कि सरकार को विपक्ष को विश्वास में लेकर स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए।

उधर, ट्रंप प्रशासन लगातार यह आरोप लगा रहा है कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीदकर अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध को आर्थिक मदद दे रहा है। दोनों देशों के बीच हाल में तनाव तब और बढ़ गया जब अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर आयात शुल्क दोगुना कर 50 प्रतिशत कर दिया और रूस से तेल खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगा दिया। भारत ने इस कदम को अनुचित और अव्यवहारिक बताया है।