पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बीच चुनाव आयोग ने राज्य में 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत कर दी है। आयोग ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वीवीपीएटी की जांच तथा मतदान अभ्यास कार्यक्रम तय किया।
उप चुनाव आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कोलकाता में प्रथम स्तर की जांच (एफएलसी) टीम के सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें एसआईआर की स्थिति, ईवीएम और वीवीपीएटी की उपलब्धता और अन्य तैयारियों पर चर्चा की गई। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य चुनाव आयुक्त के पास सभी मशीनों का पर्याप्त भंडार मौजूद है।
ईवीएम पर उम्मीदवार की तस्वीर पहली बार दिखेगी
चुनाव आयोग ने नए नियम लागू किए हैं, जिसके तहत प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार की तस्वीर और जानकारी ईवीएम पर दिखाई जाएगी। उम्मीदवार की छवि मतदान बटन के पास रखी जाएगी और प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान भी इसका परीक्षण किया जाएगा।
मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ेगी
2026 विधानसभा चुनाव में राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या लगभग 15 हजार बढ़कर करीब 95 हजार हो जाएगी। 2021 में यह संख्या 80,681 थी। इसके लिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर मतदान केंद्र पर पर्याप्त ईवीएम और वीवीपीएटी उपलब्ध हों। वर्तमान में राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय में 1.30 लाख ईवीएम (बैलट और कंट्रोल यूनिट सहित) और 1.35 लाख वीवीपीएटी मशीनें मौजूद हैं।
ईवीएम अभ्यास और प्रशिक्षण
चुनाव आयोग के सदस्य आज ईवीएम अभ्यास आयोजित करेंगे, ताकि मशीनों की कार्यक्षमता जांची जा सके। प्रत्येक ईवीएम में छह मतदान बटन होंगे और सभी बटन का कुल 16 बार परीक्षण किया जाएगा। इंजीनियर्स बंगलूरू की ईवीएम निर्माता कंपनी, ईसीआईएल, से प्रशिक्षण लेंगे।
इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि:
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सभी बटन सही ढंग से काम कर रहे हैं
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बैलट यूनिट और कंट्रोल यूनिट सही प्रतिक्रिया दे रही हैं
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वीवीपीएटी में कागज और उम्मीदवार की छवि सही दिखाई दे रही हैं
प्रत्येक जिले में ईवीएम अधिकारी, गोदाम अधिकारी और जिला चुनाव अधिकारी इस प्रक्रिया का प्रशिक्षण देंगे और अपने-अपने जिलों में तैयारियों को पूरी तरह लागू करेंगे।