प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो खुद को गठबंधन कहते हैं, बिहार की जनता उन्हें ‘लठबंधन’ कहती है। पीएम ने आरोप लगाया कि ये केवल झगड़ा करना और अपने स्वार्थ की पूर्ति करना जानते हैं, जबकि बिहार के युवाओं और आम जनता की कोई परवाह नहीं करते।

पीएम मोदी ने कहा कि दशकों तक बिहार के नौजवान नक्सलवाद और माओवादी आतंक का शिकार रहे, लेकिन इन ‘लठबंधन’ नेताओं ने लोगों की चिंता करने की बजाय अपने राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता दी। माओवादी ताकतों की मदद लेकर वे चुनाव जीतते रहे। इसके बावजूद, बिहार को इस अंधकार से निकालने के लिए एनडीए ने लगातार मेहनत की।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 2014 के बाद से एनडीए ने बिहार को ‘जंगलराज’ के दौर से बाहर निकालकर विकास की नई राह पर लाया है। आज राज्य माओवादी आतंक से मुक्त होने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। बिहार के युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करना सरकार की प्राथमिकता है, और इसके लिए पूरी ईमानदारी से काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि माओवादी और नक्सली आतंक ने बिहार की शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योगों को पूरी तरह प्रभावित किया। स्कूल, कॉलेज और अस्पताल खोलने से रोका गया और बनाए गए संस्थानों को नुकसान पहुंचाया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि राज्य का विकास कई सालों तक ठप पड़ा रहा और दो पीढ़ियों का भविष्य बर्बाद हुआ।

पीएम मोदी ने निष्कर्ष में कहा कि आज बिहार में जंगलराज नहीं, बल्कि जनविश्वास का राज है। नीतीश कुमार और एनडीए की मेहनत के कारण राज्य में विकास और सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई है। बिहार के हर नागरिक को गर्व है कि वह बिहारी है।