आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीड़िता के पिता ने पश्चिम बंगाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि राज्य सरकार ने सीबीआई को रिश्वत दी और तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष केंद्रीय एजेंसी के साथ सैटलमेंट करने गए थे।
इस आरोप को वरिष्ठ तृणमूल नेता और प्रवक्ता कुणाल घोष ने पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने पीड़िता के पिता पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि इस मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप बेमानी और मनगढ़ंत हैं। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ सीबीआई के दो मामले चल रहे हैं और वे कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए सैटलमेंट करना उनके लिए संभव नहीं है। घोष ने कहा कि सीबीआई को भाजपा नियंत्रित करती है, और यह झूठा प्रचार उनके खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र के समान है। उन्होंने कहा कि आरजी कर मामले में पीड़िता के परिवार ने शुरू से ही सीबीआई जांच को लेकर असंतोष जताया है, जो उन्होंने अदालत में भी व्यक्त किया है।
कोलकाता में आरजी कर मामले की पहली बरसी पर न्याय की मांग को लेकर 9 अगस्त को राज्य सचिवालय नवान्न तक निकाले गए विरोध मार्च के दौरान हुई हिंसा के मामले में सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें से पांच कोलकाता पुलिस ने और दो हावड़ा पुलिस ने दर्ज किए हैं। विरोध मार्च के दौरान कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष और हिंसा की स्थिति उत्पन्न हुई। नवान्न चलो अभियान के दौरान कई चरणों में टकराव हुए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।