मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को पूरे देश में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया के दूसरे चरण की शुरुआत की घोषणा की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि बिहार में SIR अभियान की सफलता के बाद अब इसे 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बिहार में इस प्रक्रिया को व्यापक जनसहयोग मिला और आयोग को उम्मीद है कि दूसरे चरण के राज्यों में भी यह पहल उतनी ही सफल होगी। ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची से अयोग्य नाम हटाना और पात्र मतदाताओं को शामिल करना है, ताकि प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का सही उपयोग करने का अवसर मिल सके।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि SIR को लेकर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEOs) के साथ विस्तृत बैठकें की गई हैं। उन्होंने कहा कि आयोग इस बात पर विशेष जोर दे रहा है कि मतदाता सूची में किसी भी तरह की त्रुटि न रहे।

ज्ञानेश कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए छठ महापर्व की शुभकामनाएं भी दीं और कहा कि लोकतंत्र की सच्ची भावना तभी साकार होती है जब हर योग्य नागरिक मतदान प्रक्रिया में भाग लेता है।

उन्होंने याद दिलाया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार केवल भारत के नागरिकों को ही मतदान का अधिकार प्राप्त है, इसलिए मतदाता सूची का अद्यतन और सत्यापन अत्यंत आवश्यक है।