नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक सहयोग को गहराने की दिशा में एक नई पहल हुई है। अमेरिका के नव नियुक्त राजदूत सर्जियो गोर ने रविवार को भारत के वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल से मुलाकात कर द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर विस्तार से चर्चा की। इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच चल रही आर्थिक वार्ताओं को गति देना और निवेश के नए अवसर तलाशना था।
सर्जियो गोर इन दिनों अपने छह दिवसीय भारत दौरे पर हैं। हाल ही में अमेरिकी सीनेट ने उन्हें भारत में नया राजदूत नियुक्त किया है। गोर के साथ अमेरिका के डिप्टी सेक्रेटरी फॉर मैनेजमेंट एंड रिसोर्सेज माइकल जे. रिगास भी दौरे पर हैं। अगस्त 2025 में गोर को भारत के लिए अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया गया था। वे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी हैं और व्हाइट हाउस में पर्सनल डायरेक्टर के पद पर कार्य कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात
अपने भारत प्रवास के दौरान गोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि “भारत यात्रा के दौरान वाणिज्य सचिव अग्रवाल के साथ हमारी बातचीत सार्थक रही। इसमें अमेरिका-भारत के बीच व्यापार और निवेश को और सशक्त करने के उपायों पर चर्चा हुई।”
गोर ने कहा कि “अमेरिका, भारत के साथ अपने संबंधों को अत्यंत महत्वपूर्ण मानता है और इन्हें नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
हालिया तनाव के बावजूद सुधार की उम्मीद
पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक मतभेद उभर कर सामने आए थे। ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने और रूसी कच्चे तेल की खरीद पर अतिरिक्त टैक्स लगाने के निर्णय से संबंधों में तनाव आया था। भारत ने इस कदम को अनुचित बताया था।
इसके अलावा, H1B वीज़ा नीति में हुए बदलावों ने भी भारतीय पेशेवरों के लिए कठिनाई खड़ी की थी। हालांकि, हाल के दिनों में प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई वार्ताओं से रिश्तों में नई गर्माहट आई है। अधिकारियों के अनुसार, व्यापार समझौते पर बातचीत दोबारा शुरू हो गई है और जल्द ही सकारात्मक परिणाम सामने आने की उम्मीद है।