मोकामा के बहुचर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह की रविवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी हुई। अदालत ने सुनवाई के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अब अनंत सिंह को पटना के बेऊर जेल में रखा जाएगा।

जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की 30 अक्टूबर को मोकामा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया कि उनकी गोली मारकर हत्या की गई, और इसका आरोप अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर लगाया गया। पुलिस ने शनिवार की देर रात अनंत सिंह को बाढ़ के कारगिल मार्केट इलाके से गिरफ्तार किया था। उनके साथ मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम सहित कई अन्य समर्थक भी पकड़े गए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बदला मामला
शुरुआती आरोपों के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दुलारचंद यादव की मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि हृदय गति रुकने और फेफड़ों में चोट के कारण हुई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि उन्हें किसी कठोर वस्तु से लगी चोट के सदमे से हार्ट फेल हुआ।

दुलारचंद यादव उस दिन जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान दोनों दलों के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी। मृतक के पोते रविरंजन यादव का आरोप है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने पहले गाली-गलौज की, फिर दुलारचंद को गोली मारी और बाद में वाहन चढ़ाकर घायल कर दिया।

पुलिस ने हत्या और साजिश के आरोप में अनंत सिंह व उनके कई साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। अदालत में पेशी के बाद उन्हें बेऊर जेल भेज दिया गया। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।