बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान जोरों पर है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार को बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित करने के साथ ही मछुआरों के बीच समय बिताया। राहुल गांधी तालाब में उतरकर मछली पकड़ने के गुर सीखते भी नजर आए। इस दौरान उनके साथ वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद रहे। राहुल ने मछुआरों से बातचीत कर उनके काम से जुड़ी समस्याओं और आजीविका से संबंधित चुनौतियों पर चर्चा की।

सभा के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग प्रतिभावान हैं और दुनिया के कई हिस्सों में अपनी मेहनत से नाम कमा रहे हैं, लेकिन अपने ही राज्य में पिछड़े रह गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की सरकार नहीं चाहती कि यहां के लोग आगे बढ़ें।
वे चाहते हैं कि बिहार के लोग मजदूरी करते रहें। राहुल ने कहा, “दुबई जैसे शहर बिहार के लोगों ने बनाए हैं, लेकिन अपने प्रदेश में उन्हें विकास का अवसर नहीं मिलता।”
कांग्रेस सांसद ने बताया कि पार्टी ने अतिपिछड़ा वर्ग के लिए एक विशेष घोषणा पत्र तैयार किया है, जिसे सत्ता में आने पर लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को बढ़ावा देना है। राहुल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी और गलत तरीके से लागू किए गए जीएसटी ने छोटे कारोबारों को खत्म कर दिया।

राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में बीजेपी और उसके सहयोगी दल वोट चोरी की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने महागठबंधन के वोटरों के नाम काटे हैं। हमें सतर्क रहना होगा ताकि वोट चोरी न हो सके।”

राहुल ने सभा के अंत में लोगों को भरोसा दिलाया कि चाहे चुनाव कोई भी जीते या हारे, वे बिहार के लोगों के साथ हमेशा खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, “जब भी बिहार की जनता पुकारेगी, मैं उनके बीच आऊंगा और उनकी आवाज़ बनूंगा।”