पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने प्रदर्शन से जीत की झंडी दिखा दी है, लेकिन कुछ सीटों पर मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। पार्टी के 101 उम्मीदवारों में से 12 ऐसे रहे जो जीत के बेहद करीब थे, लेकिन मामूली अंतर से हार गए। कई जगह वोटों का अंतर कुछ दर्जनों या सैकड़ों तक सीमित रहा।

भारी अंतर और मामूली हार

जमीन पर मुकाबले की बात करें तो बाइसी सीट पर भाजपा के विनोद कुमार को एआईएमआईएम के गुलाम सरवर ने 27,251 वोटों के अंतर से हराया। बिस्फी में हरीभूषण ठाकुर आरजेडी के आसिफ अहमद से 8,107 वोटों से पिछड़ गए। चंपटिया में उमाकांत सिंह मात्र 602 वोटों से हार गए, जबकि फोर्ब्सगंज में विद्या सागर केशरी कांग्रेस के मनोज विश्वास से 221 वोटों से पीछे रहे। किशनगंज में स्वीटी सिंह कांग्रेस के क़मरूल होदा से 12,794 वोटों से हार गईं।

कोचाधामन सीट पर बीना देवी तीसरे स्थान पर रहीं, जबकि एआईएमआईएम के सरवर आलम ने 81,860 वोट लेकर जीत हासिल की। सहारसा में भाजपा के आलोक रंजन को 2,038 वोटों से हार झेलनी पड़ी। राघोपुर में कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जहां भाजपा के सतीश कुमार अंत में तेजस्वी यादव से 14,532 वोटों से पिछड़ गए। वारिसलीगंज में अरुणा देवी आरजेडी की अनीता से 7,543 वोटों से हार गईं। रामगढ़ में अशोक सिंह बसपा के सतीश कुमार यादव से मात्र 30 वोटों से हार गए। ढाका में पवन जायसवाल 178 वोटों से पीछे रहे, जबकि गोह सीट पर डॉ. रवीरंजन 4,041 वोटों से हार गए।

कांग्रेस की सीमित सफलता

कांग्रेस ने 61 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन केवल छह ही जीत हासिल कर सके। विजयी उम्मीदवारों में सुरेंद्र प्रसाद, अभिषेक रंजन, मनोज बिश्वास, अबिदुर रहमान, कमरुल होदा और मनोहर प्रसाद सिंह शामिल हैं। वाल्मीकि नगर से सुरेंद्र प्रसाद ने जदयू के रिंकू सिंह को 1,675 वोटों से हराया। अररिया में अबिदुर रहमान ने 12,741 वोटों से जीत दर्ज की। मनोहर प्रसाद सिंह ने 15,168 वोटों की बढ़त के साथ जीत हासिल की।

निष्कर्ष

भाजपा इस चुनाव में बड़ी जीत का जश्न मना रही है, लेकिन कई उम्मीदवारों की मामूली हार से पार्टी को थोड़ी निराशा भी मिली। वहीं, कांग्रेस ने सीमित जीत से संतोष जताया। चुनाव के नतीजे इस बार छोटे अंतर वाले मुकाबलों और रोमांचक सीटों के कारण विशेष रूप से चर्चा में रहे।