मुजफ्फरपुर में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक सामान्य परंपरा निभाते हुए विवादों में घिर गए। कार्यक्रम के दौरान उन्हें महिला प्रत्याशी को जीत का आशीर्वाद देना था। परंपरा के अनुसार पुरुष उम्मीदवारों को माला पहचाई जाती है और महिला प्रत्याशियों को हाथ में थमा दी जाती है।

लेकिन इस बार सीएम नीतीश कुमार ने महिला प्रत्याशी के गले में माला डाल दी, जबकि जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा इशारा कर रहे थे कि माला हाथ में ही दी जाए। यह कार्यक्रम जदयू के सोशल मीडिया हैंडल पर लाइव प्रसारित हो रहा था, और वीडियो तुरंत वायरल हो गया।

राजद ने उठाया सवाल
वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोशल मीडिया पर इसे साझा करते हुए मुख्यमंत्री पर हमला बोला। राजद ने कहा कि लगातार मुख्यमंत्री पद की गरिमा तार-तार हो रही है और अब नीतीश कुमार को कोई भी कहीं भी डांटने लगा है। राजद ने जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के इशारे का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी के लोग स्वयं सीएम को रोकते दिख रहे हैं ताकि वे गलती न कर दें।

राजद ने सवाल उठाया कि क्या ऐसे नीतीश कुमार अब मुख्यमंत्री बनने योग्य हैं और यह घटना उनके अधिकार और नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़ा करती है।