बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जारी तनातनी को सुलझाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। महागठबंधन में कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच सीट बंटवारे को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है, वहीं एनडीए में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) और राजद समर्थित लोजपा के बीच भी सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही है।
इस मसले को सुलझाने के लिए दोनों गठबंधन की बैठकों का दौर जारी है। महागठबंधन की बैठक दिल्ली में रविवार को आयोजित की गई, जबकि एनडीए के बड़े नेता भी राजधानी में सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला करने में जुटे हैं। इस बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी दिल्ली के लिए रवाना हुए।
दिल्ली रवाना होने से पहले मांझी ने ट्वीट कर स्पष्ट किया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरी निष्ठा बनाए रखेंगे। उन्होंने लिखा, "मैं अपनी अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री मोदी के साथ रहूंगा। बिहार में मोदी और नीतीश कुमार की सरकार होगी।" यह पहला मौका नहीं है जब मांझी ने अपने स्थायित्व और समर्थन का भरोसा जताया हो; इससे पहले भी उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति अपनी वफादारी की बात कही थी।
इस बीच राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं जारी हैं कि बिहार में सत्ता समीकरण और सीट बंटवारे का आखिरी फैसला दोनों गठबंधनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।