बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों के लिए जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र में सुबह से मतगणना जारी रही। शुरुआती रुझानों में RJD के शहनवाज आलम की बढ़त कुछ कमजोर दिखी, जबकि JDU के मंजर आलम आगे नजर आ रहे थे। जोकीहाट सीट पर इस बार दो भाइयों, शहनवाज और सरफराज आलम के बीच विरासत की जंग देखने को मिली, दोनों ही अपने परिवार की राजनीतिक धरोहर को आगे बढ़ाना चाहते थे।
गिनती के अंतिम, 26वें राउंड में AIMIM के मो. मुर्शीद आलम ने 83,737 वोट लेकर जीत दर्ज की। वहीं, JDU के मंजर आलम 54,934 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। 24वें राउंड में मुर्शीद आलम 79,654 वोटों के साथ आगे चल रहे थे, जबकि मंजर आलम 52,166 वोटों के साथ पीछे थे। 22वें राउंड में भी मुर्शीद आलम 72,509 वोटों से बढ़त बनाए हुए थे।
अररिया जिले की यह सीट सीमांचल की मुस्लिम बहुल विधानसभा सीट
जोकीहाट विधानसभा सीट अररिया जिले की छह सीटों में से एक है और अररिया लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यह सीट 1967 से चुनावी मैदान में है। 2020 के चुनाव में AIMIM के शाहनवाज आलम ने 34.22% वोट लेकर जीत दर्ज की थी। बाद में शाहनवाज आलम समेत चार AIMIM विधायक RJD में शामिल हो गए।
इतिहास में, जोकीहाट सीट पर सबसे पहले 1967 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के नजामुद्दीन ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1969 में कांग्रेस के तस्लीमुद्दीन ने पहली बार चुनाव जीता और लगातार तीन बार जीतते हुए इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत की। 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर जीतने के बाद उन्होंने कांग्रेस के मोइदुर रहमान को 3,170 वोटों से हराया।
इस चुनाव ने जोकीहाट में राजनीतिक विरासत और नए दलों के प्रभाव को स्पष्ट रूप से दिखा दिया है। इस बार AIMIM की मजबूत बढ़त ने क्षेत्र की राजनीतिक तस्वीर बदल दी।