बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार चरम पर पहुंच गया है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मुजफ्फरपुर और वैशाली के महुआ में जनसभाओं को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखे हमले किए। शाह ने आरजेडी के शासनकाल को ‘जंगलराज’ बताते हुए कहा कि लालू-राबड़ी का दौर बिहार को अंधकार में ले गया था, और अब वही शासन चेहरा और वेश बदलकर वापस आने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने जनता से अपील की कि बिहार को फिर से ‘जंगलराज’ में न जाने दें। शाह ने कहा, “एनडीए को दिया गया आपका वोट बिहार को फिर से अपराध, अपहरण और उगाही के दौर में लौटने से बचाएगा।”

लालू परिवार पर सीधा वार

अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा कि अगर लालू यादव के बेटे मुख्यमंत्री बने, तो बिहार में “अपहरण, रंगदारी और हत्या के लिए अलग-अलग विभाग बना दिए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव और सोनिया गांधी को देश से ज्यादा अपने परिवार की चिंता है। लालू अपने बेटे को सीएम बनाना चाहते हैं, सोनिया अपने बेटे को पीएम। लेकिन देश ने तय कर लिया है बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और दिल्ली में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री रहेंगे।

एनडीए के वादों का जिक्र

शाह ने अपने भाषण में एनडीए के घोषणा पत्र का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार का लक्ष्य है कि “राज्य के एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी, हर जिले में मेगा स्किल सेंटर बनाया जाएगा और किसानों को पीएम किसान योजना के तहत ₹9,000 सालाना सहायता दी जाएगी।” इसके अलावा, 50 लाख गरीब परिवारों को पक्के मकान और गरीब छात्रों को केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने का वादा किया गया है।

‘लालू-राहुल कंपनी’ पर घोटालों का आरोप

वैशाली की रैली में शाह ने लालू यादव पर भ्रष्टाचार के कई आरोप दोहराए। उन्होंने कहा, “लालू यादव ने अगर कुछ किया तो चारा घोटाला, बाढ़ राहत घोटाला, अलकतरा घोटाला और लैंड फॉर जॉब स्कैम किया। लालू और राहुल कंपनी ने 12 लाख करोड़ के घपले किए।”

मोदी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं

शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश सुरक्षित और समृद्ध है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन चुका है और सीतामढ़ी में साढ़े 800 करोड़ की लागत से सीता माता मंदिर का निर्माण हो रहा है। शाह ने कहा कि धारा 370 हटाकर मोदी ने कश्मीर को राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ा और पाकिस्तान को हर बार मुंहतोड़ जवाब दिया।

अंत में शाह ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा, “6 नवंबर को वोट डालते समय बटन इतनी जोर से दबाइए कि करंट सीधा इटली तक पहुंचे।”