पटना। जानीपुर थाना क्षेत्र के बग्घा टोला में बुधवार देर रात पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें कुख्यात अपराधी राकेश कुमार के पैर में गोली लगी। उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए पटना एम्स भेजा गया, जबकि उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। पुलिस उसके गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

घटना की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार सुबह एसएसपी कार्तिकेय शर्मा मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही एसएफएल की टीम को बुलाकर मौके से बरामद हथियार और कारतूस की जांच कराई गई।

सूत्रों के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पिपरा थाना क्षेत्र के सहबाजपुर गांव का निवासी और कुख्यात अपराधी राकेश कुमार अपने साथी के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बग्घा टोला में आया है। राकेश हाल ही में एक बैंककर्मी से रंगदारी मांगने के मामले में भी चर्चा में था।

सूचना मिलने पर एएसएसपी के नेतृत्व में जानीपुर पुलिस की टीम ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया। घिरा देख राकेश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और वह वहीं गिर पड़ा।

पुलिस के अनुसार, राकेश कुमार पर लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। उसका आपराधिक नेटवर्क पिपरा, बिक्रमगंज और आसपास के इलाकों में फैला हुआ है। पुलिस उसे कई दिनों से तलाश रही थी।

यह मुठभेड़ 2025 में बिहार पुलिस की अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की श्रृंखला में शामिल है। पिछले छह महीनों में पटना जिले में आधा दर्जन से अधिक मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें अपराधियों को पकड़ने के लिए भागते समय पैर में गोली लगी।

पिछली कुछ प्रमुख मुठभेड़ें:

  • फरवरी 2025, कंकड़बाग: एसटीएफ और पुलिस की कार्रवाई में दो अपराधी घायल और गिरफ्तार।

  • जुलाई 2025, पटना: चंदन मिश्रा हत्याकांड के दो आरोपी बलवंत कुमार सिंह और रवि रंजन कुमार सिंह घायल और गिरफ्तार।

  • जुलाई 2025, समस्तीपुर: जमानत पर बाहर आए सुमित उर्फ गुड्डू की गोली मारकर हत्या।

  • जुलाई 2025, पटना: गोपाल खेमका हत्याकांड के आरोपी विकास उर्फ राजा की एनकाउंटर में मौत।

जानीपुर की मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पटना पुलिस अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है और अपराध पर सख्त कार्रवाई जारी है।