बेगूसराय। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने बेगूसराय में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राज्य में रोजगार, महिलाओं की सुरक्षा और मौजूदा शासन के ठाकुरों पर कड़ी चोट की। उन्होंने प्रदेश और वहां की जनता के प्रति सम्मान व्यक्त किया और कहा कि बिहार की धरती को नमन करना उनका सौभाग्य है।
प्रियंका ने कहा कि बिहार में बहन-बेटियों को आगे बढ़ाने के काम में कमी दिखाई देती है और इसकी जड़ें व्यवस्था में गढ़ी समस्याओं में हैं। उन्होंने याद दिलाया कि महात्मा गांधी ने इसी क्षेत्र से संविधान की लड़ाई की जड़ें मजबूत की थीं, लेकिन आज उन्हें लगता है कि संवैधानिक अधिकारों और नागरिक सत्ता को कमजोर करने की कवायद हो रही है।
अपने संबोधन में उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले ढाई दशक में शासन-प्रणाली ने लोगों के अधिकारों को क्षीण करने का काम किया है। उनका कहना था कि वोट देने का अधिकार ही नागरिक होने की पहचान है, परंतु इस अधिकार को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जाति-धर्म के नाम पर समाज को बांटा जा रहा है और वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए रोज नए विवाद खड़े किए जा रहे हैं।
प्रियंका ने चुनावी जनादेश और मतदाता सूची को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उनके अनुसार मतदाता पुनरीक्षण के दौरान राज्य के 65 लाख मतदाताओं के नाम काटे गए हैं, जिससे लोग सरकारी योजनाओं और सुविधाओं से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने इसे बड़ी साजिश बताते हुए चेतावनी दी कि इससे लोकतांत्रिक अधिकार प्रभावित होंगे।
रोजगार और पलायन पर बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि बिहार में नौकरियों और आजीविका के अवसर न होने के कारण लोग राज्य छोड़ कर देश भर में काम करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि किसान पूरी तरह से आर्थिक दबाव में हैं और महंगाई ने आम जीवन को कठिन कर दिया है। आर्थिक नीतियों पर तीखी टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि देश की संपत्तियों का निजीकरण हो रहा है और कुछ बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री और केंद्र-सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि एनडीए के नेताओं के बड़े वादे खोखले साबित हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े-बड़े घोषणाओं के बावजूद नौकरी और मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलीं। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य के फैसले अक्सर दिल्ली से निर्देशित दिखाई देते हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूरा समर्थन नहीं दिया जा रहा है।
प्रियंका ने महागठबंधन का विकल्प पेश करते हुए लोगों से अपील की कि वे बदलाव के लिए इस गठबंधन को मौका दें। उनका आश्वासन था कि महागठबंधन की सरकार बनने पर हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 200 यूनिट मुफ्त बिजली जैसी आर्थिक गारंटी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह समय वोट के माध्यम से बिहार को उन शक्तियों से मुक्त कराना है जो विकास को रोक रही हैं।
सभा में प्रियंका ने महिलाओं की सुरक्षा और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा पर बार-बार बल दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से मिलकर इस चुनावी मुहिम को दबदबे के साथ आगे बढ़ाने की अपील की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल थे और सभा के दौरान लोगों ने उनका भरपूर समर्थन दिखाया।