मधुबनी (बिहार)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की यात्रा आठवें दिन मंगलवार को लगभग दो घंटे देरी से मधुबनी पहुंची। यहां महागठबंधन के हज़ारों कार्यकर्ता अलग-अलग दलों के झंडों के साथ मौजूद रहे। मंच से राहुल गांधी ने भाजपा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अमित शाह का यह कहना कि भाजपा सरकार 40-50 साल तक चलेगी, लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है।
राहुल ने कहा कि जनता की मर्जी से ही सत्ता तय होती है, लेकिन भाजपा ने अब वोट चोरी का रास्ता अपना लिया है। “पहले मैं खुलकर नहीं कह पाता था, क्योंकि सबूत नहीं थे, लेकिन अब पूरे देश के सामने तथ्य आ गए हैं। भाजपा ने गुजरात से शुरुआत कर राष्ट्रीय स्तर तक चुनाव में धांधली का खेल फैलाया है,” उन्होंने आरोप लगाया।
संविधान और वोट का अधिकार
राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय संविधान हर नागरिक को—चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या वर्ग का हो—बराबर का वोट देने का अधिकार देता है। उन्होंने कहा, “अंबानी जी के बेटे का वोट और किसी गरीब बच्चे का वोट समान है। फर्क बस इतना है कि अमीरों के लिए बैंक के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं, जबकि गरीबों के लिए लोकतंत्र में वोट ही सबसे बड़ा हथियार है।”
कर्नाटक चुनाव का उदाहरण
राहुल ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि बेंगलुरु सेंट्रल की सात सीटों में कांग्रेस को बढ़त मिली थी। “लेकिन एक सीट पर अचानक एक लाख नए वोटर जुड़ गए और सभी भाजपा को चले गए। इससे नतीजा बदल गया। हमने इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन न प्रधानमंत्री और न अमित शाह ने कोई जवाब दिया। जैसे चोर पकड़े जाने पर चुप हो जाता है, वैसे ही ये भी खामोश हैं।”
उन्होंने दावा किया कि भाजपा चुनाव में जानबूझकर वोट घटाने और फर्जी वोट जोड़ने की रणनीति से जीत हासिल कर रही है।