बिहार। रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नाई, बढ़ई, कुम्हार और लोहार जातियों के वोट को अपने पाले में करने के लिए एक चुनावी घोषणा की थी। उस घोषणा में उन्होंने कहा था कि नाई, बढ़ई, कुम्हार और लोहार समेत मेहनती वर्गों के उत्थान के लिए उन्हें पांच लाख रुपये एकमुश्त की आर्थिक सहायता दी जाएगी, ताकि इससे वह अपना स्वरोजगार शुरू कर सकें। इसके अलावे उन्होंने और भी बातें कही थी, घोषणा के चार दिन बीतने के बाद आज उसका असर दिखा

आज अति पिछड़ा वर्ग के विश्वकर्मा समाज के कई नेता राजद में शामिल हुए। उनलोगों को राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने सदस्यता दिलाई है। राजद में शामिल होने वालों में अति पिछड़ा वर्ग के विश्वकर्मा समाज के प्रदेश अध्यक्ष हेम नारायण विश्वकर्मा, बिहार प्रजापति समन्वय समिति के प्रदेश सचिव देवेश चंद्र प्रजापति, लोहार कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष  धर्मेंद्र शर्मा, बिहार माली मालाकार जागृति परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ललन भगत, सारण के संतोष कुमार उर्फ रिंकू शर्मा, रतन शर्मा ,वेद प्रकाश शर्मा, सीतामढ़ी के अरविंद कुमार ठाकुर, लाल किशोर शर्मा, जवाहर शर्मा ,मुन्ना कुमार, बक्सर के अशोक शर्मा, मुजफ्फरपुर के सत्येंद्र शर्मा, दिनेश कुमार शर्मा, राधे श्याम ठाकुर,पूर्व जिला पार्षद सुजीत कुमार,भोला ठाकुर ने अपने सैकड़ो समर्थ को के साथ राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि सामाजिक न्याय की धारा की मजबूती के लिए सभी वर्ग सामने आईये और राजद की सरकार बनाने में मदद कीजिये।

पार्टी में शामिल होने वाले अति पिछड़ा समाज के नेताओं ने एकजुट होकर कहा कि बिहार की जनता का मिजाज तेजस्वी जी के विजन और मिशन के साथ है। हम सभी तेजस्वी यादव को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, इसलिए राष्ट्रीय जनता दल, लालू जी के विचारों और तेजस्वी जी के कार्यों के साथ जुड़ रहे हैं। इस मौके पर मौजूद राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने जानकारी दी कि मंगनी लाल मंडल ने सभी नए सदस्यों को सदस्यता रसीद देकर विधिवत पार्टी में शामिल कराया। उनका स्वागत पार्टी का प्रतीक चिन्ह गमछा और लालू प्रसाद यादव के कार्यों पर लिखी पुस्तक 'गोपालगंज टू रायसीना' भेंट किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव बिनु यादव, राष्ट्रीय सचिव संजय ठाकुर, प्रदेश सचिव मनीषा प्रजापति सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेतागण भी उपस्थित थे।