बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। नेता प्रतिपक्ष और इंडिया गठबंधन समन्वय समिति के अध्यक्ष तेजस्वी यादव के पोलो रोड स्थित आवास पर गठबंधन के दलों के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं। हालांकि अभी तक सीट बंटवारा अंतिम रूप नहीं ले सका है, लेकिन कुछ गठबंधन दलों ने अपने उम्मीदवारों के नाम पहले ही तय कर लिए हैं।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने दिल्ली में आयोजित केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद पहले से ही 25 सीटों के लिए उम्मीदवार तय कर दिए हैं। कांग्रेस के विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने बताया कि संभावित सीटों पर विमर्श पूरा हो चुका है और पार्टी आलाकमान ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी है। कांग्रेस आज दोपहर 3 बजे पटना स्थित सदाकत आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेगी।
कांग्रेस पुराने विधायकों पर कर रही भरोसा
कांग्रेस इस बार पुराने विधायकों को प्राथमिकता दे रही है। तय किए गए 25 उम्मीदवारों में 17 ऐसे विधायक शामिल हैं जिन्हें दोबारा टिकट दिया जाएगा। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जिन सीटों पर गठबंधन के अन्य दलों से कोई विवाद नहीं है, वहां उम्मीदवारों का चयन पहले किया गया। पार्टी 2020 के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर प्रत्याशी उतार चुकी थी, जिसमें 19 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस बार भी कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का इरादा रखती है, हालांकि राजद केवल 50 से अधिक सीट देने के लिए तैयार नहीं है।
तेजस्वी यादव खुद कर रहे समीक्षा
राजद ने भी अपने कई उम्मीदवारों के रिपोर्ट कार्ड की समीक्षा कर ली है। लगभग 50 सीटों पर उम्मीदवारों का फैसला पार्टी नेतृत्व ने कर लिया है। तेजस्वी यादव खुद हर सीट का बारीकी से निरीक्षण कर रहे हैं और ऐसे उम्मीदवार को टिकट दे रहे हैं जो हर हाल में पार्टी के लिए जीत सुनिश्चित कर सके।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता पिछले बीस साल से लगातार खटारा सरकार की समस्याओं से जूझ रही है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और पलायन जैसी चुनौतियों से निजात दिलाने के लिए इंडिया गठबंधन सरकार बनाने का लक्ष्य है। 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने 144 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें 75 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।