बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा नाराज दिख रहे हैं। हालांकि, बीजेपी ने उन्हें मनाने की पूरी कोशिश की है और सूत्रों के अनुसार इसमें कुछ हद तक सफलता भी मिली है। खबरों के मुताबिक, कुशवाहा की पार्टी को एक विधान परिषद (MLC) सीट मिलने की संभावना है। इसके लिए मंगल पांडे, सम्राट चौधरी और जनक राम की सीटें खाली की जा रही हैं, जो इस समय विधान परिषद के सदस्य हैं और अब विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
कुशवाहा महुआ सीट चिराग पासवान के खाते में जाने से खासे असंतुष्ट बताए जा रहे हैं। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के लिए उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली में हैं। उन्होंने गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ अमित शाह से बातचीत की और इसके बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिले। बैठक के बाद कुशवाहा ने कहा कि गठबंधन में मौजूद जो भी समस्याएं थीं, उन्हें गृह मंत्री के साथ चर्चा के दौरान सुलझा लिया गया है और जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा।
हालांकि इससे पहले कुशवाहा ने एनडीए के भीतर नाराजगी जताते हुए कहा था, “Nothing is well in NDA।” बुधवार को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में उन्होंने दोपहर साढ़े बारह बजे एक आपात बैठक बुलाने की योजना बनाई थी, जिसमें पार्टी की भविष्य की भूमिका पर चर्चा होने वाली थी। लेकिन बाद में यह बैठक स्थगित कर दी गई। कुशवाहा ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि दिल्ली में गृह मंत्री के साथ चर्चा के लिए उन्हें और नित्यानंद राय को यात्रा करनी है, इसलिए आज की बैठक स्थगित की गई।
एनडीए में सीट बंटवारे के फॉर्मूले के अनुसार, बीजेपी और जेडीयू को 101-101 सीटें मिली हैं। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और रालोमो को छह-छह सीटें दी गई हैं।
कुशवाहा की नाराजगी के बीच उन्हें कांग्रेस की ओर से प्रस्ताव भी मिला है। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का महागठबंधन में स्वागत है और उनके आने से विपक्षी गठबंधन और मजबूत होगा। उन्होंने याद दिलाया कि कुशवाहा ने 2019 के लोकसभा चुनाव महागठबंधन के साथ लड़ा था और उनका स्वागत किया गया था।
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