छत्तीसगढ़ पुलिस के आईजी रैंक के अधिकारी रतनलाल डांगी पर गंभीर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। शिकायत एक एसआई की पत्नी ने दर्ज कराई है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए राज्य पुलिस ने आईजी आनंद छाबड़ा और डीआईजी मिलना कुर्रे की दो सदस्यीय समिति गठित की है, जो मामले की निष्पक्ष जांच करेगी। जांच में दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जाएंगे और समिति की सिफारिशों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत में क्या कहा गया
महिला ने 15 अक्टूबर को DGP अरूणदेव गौतम को औपचारिक शिकायत दी। शिकायत में आरोप है कि 2003 बैच के IPS अधिकारी रतनलाल डांगी, जिन्हें वर्तमान में रायपुर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी में निदेशक के पद पर तैनात हैं, ने कई वर्षों तक शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण किया। महिला ने अपने दावों के समर्थन में डिजिटल सबूत भी सौंपे हैं।
महिला ने बताया कि उन्हें पहली बार तब संपर्क में आने का मौका मिला जब डांगी कोरबा जिले में SP के पद पर थे। उनका आरोप है कि डांगी ने सोशल मीडिया के जरिए लगातार संपर्क बनाए रखा और भावनात्मक-मानसिक उत्पीड़न किया। जब उन्होंने विरोध किया, तो डांगी ने उनके पति के ट्रांसफर की धमकी दी।
IG डांगी का पक्ष
IG रतनलाल डांगी ने आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया। उनका कहना है कि महिला कई सालों से उन्हें परेशान कर रही है और धमकी दे रही थी कि यदि उन्होंने संपर्क नहीं रखा तो वह खुद को नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने दावा किया कि महिला बिना अनुमति कई बार उनके घर पहुंची और कर्मचारियों को आपत्तिजनक तस्वीरें दिखाकर बदनाम करने की कोशिश की। IG ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम ने उन्हें पिछले दो साल से मानसिक तनाव में रखा है।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है और यदि कोई दोषी पाया गया, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी अरूणदेव गौतम ने बताया कि जांच समिति मामले की संवेदनशीलता और निष्पक्षता के साथ जांच करेगी। पहले शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया जाएगा, उसके बाद IG रतनलाल डांगी का। समिति यह भी जांच करेगी कि डांगी के आरोप महिला द्वारा उन्हें परेशान और बदनाम करने का प्रयास करने के दावे कितने सही हैं।