नारायणपुर/कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार की आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में नारायणपुर जिले के युवाओं को अवसर नहीं मिलने के विरोध में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने मंगलवार को सैकड़ों युवाओं के साथ लगभग 52 किलोमीटर लंबा पैदल मार्च निकाला। मार्च का नेतृत्व एनएसयूआई नारायणपुर जिलाध्यक्ष विजय सलाम ने किया।

पदयात्रियों ने कोंडागांव पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी मांगें रखीं। एनएसयूआई ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में जिले के 470 पदों में केवल सात स्थानीय युवाओं का चयन हुआ है, जिससे स्थानीय युवाओं में गहरा आक्रोश है। संगठन ने मांग की कि भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर नए सिरे से स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षण और अवसर सुनिश्चित किए जाएँ।

एनएसयूआई का आरोप है कि वर्तमान भाजपा सरकार स्थानीय और आदिवासी युवाओं को रोजगार से वंचित करते हुए अन्य राज्यों के युवाओं को नौकरी दे रही है। संगठन ने कांग्रेस शासनकाल में लागू “बस्तर फाइटर” जैसी योजनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि तब स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलते थे।

विजय सलाम ने कहा, “470 पदों में केवल सात युवाओं का चयन यह दिखाता है कि सरकार आदिवासी और स्थानीय युवाओं के हितों की उपेक्षा कर रही है। यह सरकार अपने घोषणा पत्र के वादों के खिलाफ है।” उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक स्थानीय भर्ती की मांग पूरी नहीं होती, एनएसयूआई आंदोलन जारी रखेगा और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।