नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ चुनावों की मतगणना सोमवार देर रात से जारी है। इस बार मतदान में कुल 67 प्रतिशत छात्रों ने हिस्सा लिया, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम है। मतदान शाम पांच बजे समाप्त हुआ और रात 12 बजे से मतगणना शुरू कर दी गई। प्रारंभिक दौर में विज्ञान संकाय की 15 काउंसलर सीटों में से 8 पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जीत दर्ज की है।

विज्ञान संकाय के अलावा स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ बायोटेक और स्कूल ऑफ कंप्यूटर एंड सिस्टम साइंसेज में भी एबीवीपी ने मजबूती दिखाई। कंप्यूटर एंड सिस्टम साइंसेज में 3 में से 2, इंजीनियरिंग की 4 सीटों में से 2 और बायोटेक की 2 में से दोनों सीटों पर एबीवीपी विजयी रही। अभी सोशल साइंसेज और इंटरनेशनल स्टडीज समेत अन्य स्कूलों की मतगणना बाकी है।

सेंट्रल पैनल के चार केंद्रीय पदों—अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव—के लिए भी एबीवीपी आगे चल रही है। केंद्रीय चुनाव संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने कहा, “अब तक के रुझान स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि एबीवीपी सभी चार पदों पर निर्णायक बढ़त बनाए हुए है। यह छात्र समुदाय का संगठन पर भरोसा और छात्रहित की राजनीति में विश्वास दर्शाता है।”

इस वर्ष अध्यक्ष पद पर सात उम्मीदवार, उपाध्यक्ष पर तीन, महासचिव और संयुक्त सचिव पर पांच-पांच उम्मीदवार मैदान में हैं। काउंसलर पदों के लिए कुल 111 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। महिला उम्मीदवारों का प्रतिशत सेंट्रल पैनल में करीब 30 फीसदी और काउंसलर पदों पर लगभग 25 फीसदी है।

सेंट्रल पैनल प्रमुख उम्मीदवार:

  • अध्यक्ष: आदिती मिश्रा, अंगद सिंह, राज रत्न राजोरिया, शिंदे विजायलक्ष्मी, विकास पटेल, विकास शिरसावा, इंदू

  • उपाध्यक्ष: गोपिका बाबू, शेख शाहनवाज आलम, तान्या कुमारी

  • महासचिव: गोपी कृष्णन यू, प्रीति, राजेश्वर कांत दुबे, शोएब खान, सुनील यादव

  • संयुक्त सचिव: अनुज, दानिश अली, कुलदीप ओझा, मनमोहन, रवि राज

इस बार मतदान में छात्र संघ की राजनीति में एबीवीपी की पकड़ और छात्र समुदाय में उनकी सक्रियता को लेकर उत्सुकता देखने को मिल रही है।