उधमपुर। उत्तर भारत से जम्मू-कश्मीर को जोड़ने वाली रेल सेवाओं को बड़ा झटका लगा है। उत्तर रेलवे ने 22 ट्रेनों को मार्च 2026 तक रद्द करने और कई ट्रेनों को सीमित रूट पर चलाने का आदेश दिया है। इस फैसले से यात्रियों के साथ-साथ माता वैष्णो देवी यात्रा, सर्दियों के पर्यटन सीजन और स्थानीय व्यापार पर भी असर पड़ेगा।
रेलवे ने बीते 6 नवंबर को आदेश जारी किया, जिसमें कठुआ-माधोपुर, उधमपुर-चक रकवाल और पठानकोट-कंदरोड़ी के बीच पुलों की मरम्मत और एक्सेस इंजीनियरिंग रिस्ट्रिक्शन (ईईआर) को कारण बताया गया।
रद्द की गई प्रमुख ट्रेनों की सूची
इनमें दिल्ली-जम्मू, काठगोदाम-जम्मू, तिरुपति-जम्मू और कटड़ा से जुड़े प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं। जैसे:
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12207/08 गरीब रथ एक्सप्रेस (काठगोदाम–जम्मू)
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12265/66 दुरंतो एक्सप्रेस (दिल्ली–जम्मू)
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14503/04 कालका–श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा एक्सप्रेस
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22439/40 वंदे भारत एक्सप्रेस (नई दिल्ली–श्री माता वैष्णो देवी कटरा)
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22705/06 हमसफर एक्सप्रेस (तिरुपति–जम्मू)
सीमित रूट पर चलने वाली ट्रेनें
कई अन्य ट्रेनें अब सीमित रूट पर चलेंगी। उदाहरण के लिए:
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12549 दुर्ग–उधमपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस अब जम्मू छावनी तक
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19223/24 साबरमती–जम्मू तवी एक्सप्रेस फिरोजपुर तक
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20433/34 सुल्तानपुर–कटड़ा जम्मू मेल अब अंबाला तक
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14803/04 बीकानेर–जम्मू तवी एक्सप्रेस पठानकोट तक
कुछ ट्रेनों की बहाली
रेलवे ने कुछ ट्रेनों को चरणबद्ध रूप से बहाल करने की तारीखें भी घोषित की हैं। इनमें 14661/62 शालीमार मलानी एक्सप्रेस, 22461/62 श्री शक्ति एक्सप्रेस और 74906/07 उधमपुर–पठानकोट डीएमयू सेवा शामिल हैं, जो 30 नवंबर से 3 दिसंबर 2025 के बीच शुरू होंगी।
यात्रियों और व्यवसाय पर असर
ट्रेन रद्द और सीमित होने से श्रद्धालु, नियमित यात्री और पर्यटक प्रभावित होंगे। वैकल्पिक साधन सीमित और महंगे हैं। स्थानीय होटल, ट्रैवल एजेंसी और टैक्सी चालक भी चिंता में हैं, क्योंकि यात्रियों की संख्या घटने से उनका व्यवसाय प्रभावित होगा। उन्होंने रेलवे से मरम्मत कार्य तेजी से पूरा करने और अस्थायी वैकल्पिक सेवाओं की व्यवस्था करने की मांग की है।