जयपुर: जयपुर मेट्रो के फेज-2 के तहत जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो से जोड़ने की तैयारियां तेज हो गई हैं। योजना के अनुसार प्रस्तावित अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के जरिए एयरपोर्ट के टर्मिनल-1, टर्मिनल-2 और प्रस्तावित टर्मिनल-3 को सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों को सुगम और सुविधाजनक आवागमन मिलेगा।

शनिवार को एयरपोर्ट परिसर में आयोजित समन्वय बैठक में जयपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (JMRC), DGCA, एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), CISF, BCAS और एयरपोर्ट प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। अधिकारियों ने बताया कि अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन इस तरह तैयार किया जा रहा है कि यात्रियों को टर्मिनलों तक पहुंचने के लिए कम से कम पैदल चलना पड़े। स्टेशन में बैरियर-फ्री मूवमेंट और स्पष्ट संकेत व्यवस्था होगी, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को सुविधाजनक अनुभव मिलेगा।

बैठक में एयरपोर्ट क्षेत्र के नीचे मेट्रो लाइन की अलाइनमेंट, स्टेशन के प्रवेश और निकास बिंदु, और मौजूदा एवं प्रस्तावित टर्मिनल ढांचे के साथ सुरक्षित समन्वय पर चर्चा हुई। पीक ऑवर्स में भी यात्रियों, स्टाफ और सेवा कर्मियों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। सुरक्षा के लिहाज से DGCA, CISF और BCAS ने एयरपोर्ट सुरक्षा मानकों के अनुरूप व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

JMRC के निदेशक (कंपनी अफेयर्स) महेश भूरड़िया ने कहा कि एक ही अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन से सभी टर्मिनलों को जोड़ना जयपुर की शहरी परिवहन व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने बताया कि सीतापुरा–तोड़ी मोड़ मेट्रो कॉरिडोर से एयरपोर्ट क्षेत्र में सड़क यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी मिलेगी।