अमौसी एयरपोर्ट पर 79 वर्षीय मुनमुन बनर्जी और उनकी बेटी दिशा बनर्जी के साथ अकासा एयरलाइंस का विवाद खड़ा हो गया। मुंबई जाने वाली उनकी फ्लाइट के लिए एयरपोर्ट पर व्हीलचेयर की मांग करने पर एयरलाइन कर्मचारियों ने उन्हें देने से मना कर दिया। कर्मचारियों का तर्क था कि टिकट के साथ व्हीलचेयर बुकिंग नहीं हुई थी।
मुनमुन बनर्जी और उनकी बेटी ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि व्हीलचेयर के लिए अलग बुकिंग करनी पड़ती है। इसके बावजूद एयरलाइन कर्मचारियों ने मदद देने से साफ इनकार कर दिया। वृद्धा व्हीलचेयर के बिना खुद फ्लाइट तक नहीं जा सकती थीं।
बेटी दिशा ने तब सुरक्षा कर्मचारियों से मदद मांगी, जिन्होंने स्थिति को समझते हुए व्हीलचेयर उपलब्ध कराई। इसके बाद मुनमुन बनर्जी समय पर फ्लाइट तक पहुंच सकीं और मुंबई की यात्रा पूरी कर पाईं।
मुनमुन और उनकी बेटी ने इस पूरे मामले की शिकायत डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) और एयरपोर्ट अथॉरिटी से की है। मामले ने एयरलाइन की ग्राहकी और सेवा में खामियों पर सवाल उठाया है।