अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या रविवार की शाम आस्था और आलोक से सराबोर हो उठी। सरयू तट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां सरयू की आरती कर दीपोत्सव-2025 का शुभारंभ किया। इस दौरान पूरी अयोध्या दीपों के सागर में नहाई नजर आई।
सीएम योगी ने कहा कि कभी रामभक्तों के लहू से लाल हुई यह भूमि आज लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा रही है। यही नया भारत है - जो आस्था, अस्मिता और विकास के आत्मविश्वास से प्रकाशित हो रहा है।
रामकथा पार्क में सीएम का संबोधन
सरयू घाट पर विधिवत पूजन के बाद मुख्यमंत्री रामकथा पार्क पहुंचे, जहां उन्होंने श्रद्धालुओं से दीपोत्सव की भावना साझा की। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव का यह नौवां संस्करण न सिर्फ उत्तर प्रदेश की पहचान है, बल्कि यह राज्य की सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बन चुका है।
उन्होंने उपस्थित रामभक्तों से अपने स्मार्टफोन की रोशनी जलाने का आग्रह किया, और देखते ही देखते पूरा मैदान “जय श्रीराम” के उद्घोष से आलोकित हो उठा।
‘रामद्रोहियों’ पर सीएम का प्रहार
मुख्यमंत्री योगी ने अपने भाषण में विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “जो कभी आस्था का मजाक उड़ाते थे, वही आज अयोध्या की 26 लाख दीपों की रौशनी से बेचैन हैं।”
योगी ने कहा, “पहले सत्ता में बैठे लोग दीपावली से दूरी बनाते थे, मगर सैफई में और कब्रिस्तान की बाउंड्री पर करोड़ों खर्च करते थे। जनता को अब तय करना है कि वे गुलामी की मानसिकता में रहना चाहते हैं या रामराज्य की भावना के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।”
अयोध्या बनी विश्व रिकॉर्ड धारक
दीपोत्सव के इस संस्करण ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने पुष्टि की कि सरयू तट पर एक साथ 26 लाख 17 हजार 215 दीप प्रज्ज्वलित कर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया।
यह उपलब्धि अयोध्या के राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, उसके संबद्ध कॉलेजों, विद्यार्थियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, साधु-संतों और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से हासिल हुई।
भावुक हुए मुख्यमंत्री योगी
विश्व रिकॉर्ड की घोषणा होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो उठे। मुस्कुराते हुए उन्होंने दोनों हाथ उठाकर संतोष और प्रसन्नता का भाव प्रकट किया। इस दौरान पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने उन्हें गिनीज प्रमाणपत्र भेंट किया।
योगी ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “अयोध्या अब न सिर्फ आस्था का केंद्र है, बल्कि भारत की नई पहचान भी है। सरकार बिना रुके और बिना झुके विकास की यात्रा जारी रखेगी।”