लखनऊ स्थित लोक भवन में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं के टॉपर विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्रों को एक लाख रुपये की नकद राशि, टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और पदक प्रदान किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद और माध्यमिक संस्कृत शिक्षा निदेशालय की नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिनकी अनुमानित लागत 122 करोड़ रुपये है।
बालिकाओं ने फिर मारी बाज़ी
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम दर्शाते हैं कि बालिकाओं ने बालकों से बेहतर प्रदर्शन किया है। यह इस बात का प्रमाण है कि छात्राएं परिश्रम के मामले में आगे हैं। उन्होंने सभी प्रतिभाशाली छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
'मेधा का सम्मान, भविष्य का निर्माण': वित्त मंत्री
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में मेधावियों को निरंतर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में निवेश, भविष्य को संवारने की दिशा में अहम कदम है। संस्कृत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 42.42 करोड़ की लागत से नया भवन भी बनाया जाएगा। कार्यक्रम में 166 टॉपर्स को एक-एक लाख रुपये और टैबलेट दिए गए। ज़िला स्तर पर भी छात्रों को 21-21 हजार रुपये और टैबलेट प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को भी पुरस्कृत किया जा रहा है।
"बुरे विचारों से दूरी रखें": प्रेरक संदेश
वित्त मंत्री ने छात्रों को सकारात्मक सोच अपनाने का संदेश देते हुए कहा कि जीवन में नकारात्मक विचारों को कभी स्थान न दें। उन्होंने यूपी को अब 'बीमारू' नहीं, बल्कि प्रगति की राह पर अग्रसर प्रदेश बताया।
बुलंदी को बनाए रखना ही असली सफलता: गुलाब देवी
माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से सम्भल से जुड़ते हुए छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि लाखों विद्यार्थियों के बीच शीर्ष स्थान प्राप्त करना गर्व की बात है। उन्होंने भरोसा जताया कि ये मेधावी छात्र भविष्य में देश को गौरवान्वित करेंगे।
आईसीटी लैब, नई योजनाएं और नकलविहीन परीक्षा
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पहली बार मुख्यमंत्री खेल पुरस्कार आरंभ किए हैं। इस वर्ष की बोर्ड परीक्षाएं बिना नकल और पेपर लीक के संपन्न हुई हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशन में माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटी लैब की स्थापना भी की जा रही है। माध्यमिक संस्कृत शिक्षा निदेशालय और परिषद के भवन निर्माण की आधारशिला भी इस अवसर पर रखी गई।
दृढ़ संकल्प और सक्रियता से मिलेगी सफलता
राज्यमंत्री ने छात्रों को समय प्रबंधन, दृढ़ निश्चय और निरंतर प्रयास के महत्व पर बल दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि प्रदेश आज अपराध मुक्त और विकासोन्मुख बन रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार और स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा भी उपस्थित रहे।