लखीमपुर खीरी ज़िले में बुधवार सुबह आई तेज़ आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मकानों को नुकसान पहुंचा, कई पेड़ गिर गए और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। निघासन और मझगईं क्षेत्रों में हुई अलग-अलग घटनाओं में एक बुजुर्ग महिला और एक पिता-पुत्री की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए हैं।

घर की दीवार गिरने से पिता-पुत्री की मौत
मझगईं थाना अंतर्गत छेदुई पतिया फार्म निवासी रक्षपाल सिंह अपने परिवार संग घर के छप्पर के नीचे सो रहे थे। सुबह अचानक तेज़ आंधी में दीवार और छप्पर गिर गया, जिससे रक्षपाल सिंह (45), उनकी दो पत्नियाँ, बेटा गुरजीत (13) और बेटी रमनदीप (10) मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला, लेकिन रमनदीप की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रक्षपाल ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। बाकी तीनों का इलाज निघासन सीएचसी में चल रहा है।

80 वर्षीय महिला की टीनशेड गिरने से मौत
निघासन क्षेत्र के गांव ग्रांट नंबर 12 में 80 वर्षीय फुलवासा आंधी में टीनशेड और ईंटों के नीचे दब गईं। गंभीर चोट लगने पर उन्हें फूलबेहड़ सीएचसी ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। सीएचसी प्रभारी के अनुसार, सिर में गंभीर चोट लगने से जान गई।

पेड़ गिरने से बाधित सड़कें और रेलवे ट्रैक
पलिया, मझगईं और बिजुआ क्षेत्रों में कई जगह पेड़ गिरने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया। पलिया से मैलानी और नानपारा के बीच रेलवे संचालन भी रुक गया, क्योंकि ट्रैक पर भारी पेड़ गिर गए थे। रेलवे कर्मी व ग्रामीण रास्ता साफ करने में जुटे रहे।

भारी नुकसान: जान-माल, पशु और मकान प्रभावित
मेलाघाट, अतरिया, बेला और अन्य इलाकों में कई पुराने पेड़ मकानों पर गिर गए, जिससे लिंटर और दीवारें चटक गईं। अतरिया गांव में पेड़ गिरने से दो पशुओं की जान चली गई। मझगईं क्षेत्र के नौगवां, कोठिया, बल्लीपुर, त्रिलोकपुर आदि गांवों में छप्पर उड़ने और पेड़ गिरने से कई लोग घायल हुए। इनमें रेनू देवी, सोनिका, कैसर निशा और लियाकत शामिल हैं।

बिजली व्यवस्था चरमराई
पलियाकलां में तेज आंधी से करीब 35 बिजली के खंभे गिरने से शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा खंभों की मरम्मत का कार्य जारी है। ग्रामीण इलाकों की स्थिति और अधिक खराब है। निघासन, बनघुसरी, सलीमाबाद समेत कई गांवों में बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हैं। संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से मरम्मत में देरी हो रही है।

प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए
एसडीएम निघासन राजीव निगम और मझगई थाना प्रभारी राजू राव ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। लेखपालों को सर्वे के लिए भेजा गया है और पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की जा रही है। प्रशासन आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया में भी जुट गया है।