कानपुर। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल की सख्त निगरानी के बावजूद सचेंडी क्षेत्र में अवैध पटाखा निर्माण पर रोक नहीं लग पाई। शुक्रवार शाम को पटाखा बनाते समय हुए विस्फोट में 50 वर्षीय व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। घायल को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक बताई है।
जानकारी के मुताबिक, बिरारा गांव निवासी शकील नामक व्यक्ति कब्रिस्तान के पास स्थित एक सुनसान खेत में पटाखे तैयार कर रहा था, तभी जोरदार धमाका हुआ। विस्फोट की आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। मौके पर पहुंचे लोगों ने देखा कि दो व्यक्ति झुलसे हुए पड़े थे, जबकि तीन अन्य मौके से भाग निकले। स्थानीय लोगों ने घायलों को सड़क तक पहुंचाया, जिसके बाद पुलिस और परिजन उन्हें अस्पताल ले गए।
घटनास्थल की तलाशी में बारूद, सुतली बम के टुकड़े, जली हुई प्लास्टिक, मौरंग, गिट्टी और अन्य सामग्री बरामद हुई। विस्फोट के कारण एक फुट गहरा गड्ढा भी बन गया था। पुलिस ने मौके की जांच की और आसपास के लोगों से पूछताछ की।
पुलिस कमिश्नर ने हाल ही में सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए थे कि अवैध पटाखा निर्माण और बिक्री पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके तहत पिछले दिनों फजलगंज, यशोदानगर, नजीराबाद, गोविंदनगर, मूलगंज और कोतवाली क्षेत्रों में छापेमारी की गई थी। अब तक करीब डेढ़ क्विंटल पटाखे जब्त किए जा चुके हैं।
शनिवार को कोतवाली क्षेत्र से 40 किलो और मूलगंज क्षेत्र से 60 किलो पटाखे बरामद किए गए। कोतवाली इंस्पेक्टर जगदीश प्रसाद पांडेय के अनुसार, मेस्टन रोड स्थित हरबंश मोहाल निवासी अटैची कारोबारी राहुल के यहां भारी मात्रा में पटाखे मिले हैं। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मूलगंज में दो गोदामों से भी पटाखे बरामद हुए हैं, जिनके मालिकों की पहचान की जा रही है।
एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि घटना की जांच चल रही है और सचेंडी थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में अवैध पटाखा निर्माण में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।