गोरखपुर/लखनऊ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर जमकर हमला बोला और कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि गोरखपुर में प्रदेश का पहला डिटेंशन सेंटर खोला गया है और केंद्र सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए। राय ने कहा कि इस सेंटर में सबसे अधिक घुसपैठिए पाए जा सकते हैं।

अजय राय दिल्ली रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय चुनाव आयोग और सरकार मिलकर एसआईआर अभियान चला रहे हैं। राय ने कहा कि शासन के दबाव और गलत नीतियों के कारण मुरादाबाद में शिक्षक एवं बीएलओ सर्वेश सिंह ने फांसी ले ली थी, वहीं एक शिक्षिका को ब्रेन अटैक भी आया। इसके अलावा बरेली और बदायूं में भी बीएलओ से संबंधित घटनाएं हुई हैं। राय ने आरोप लगाया कि योगी सरकार अब समय बढ़ाने के लिए दबाव में है और भाजपा के वोट कटने के बाद आयोग ने अभियान का समय थोड़े समय के लिए बढ़ाया है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आम जनता को राहत देने के लिए चुनाव आयोग को एसआईआर अभियान की अवधि छह महीने तक बढ़ानी चाहिए। उन्होंने दोहराया कि गोरखपुर में खोला गया डिटेंशन सेंटर चिंता का विषय है और केंद्रीय गृह मंत्री से इस मामले में जांच कराने की मांग करेंगे। राय ने कहा कि सबसे अधिक घुसपैठिए वहीं पाए जा सकते हैं, जहां मुख्यमंत्री रहते हैं।

अजय राय ने यह भी आरोप लगाया कि योगी सरकार कोडीन तस्करों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने जब तस्करों के नाम उजागर किए, तो उन्हें 26 साल पुराने मामले में जेल भेज दिया गया। राय ने सवाल उठाया कि इतनी लंबी अवधि तक पुलिस क्या कर रही थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस तरह के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करेगी और 18 दिसंबर को अमिताभ ठाकुर से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली में हुई कांग्रेस रैली का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि रैली के दौरान प्रधानमंत्री के खिलाफ किसी ने अपशब्द नहीं कहे, बल्कि वहां “वोट चोर गद्दी छोड़” का नारा लगाया गया। राय ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री अपने चुनाव जीतने के लिए वोट चोरी का सहारा लेते रहे हैं।