बरेली में हाल ही में हुए दंगों के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को 15 और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें से 13 आरोपी कोतवाली और 2 बारादरी थाना क्षेत्र के हैं। बारादरी के दोनों आरोपियों ने पुलिस टीम पर एसिड अटैक किया था। इससे पहले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां समेत 27 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। संदिग्ध गतिविधियों में शामिल 26 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि शुक्रवार को नमाज के बाद “आई लव मोहम्मद” के समर्थन में निकाले गए जुलूस को रोकने पर पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई। इस दौरान 22 पुलिसकर्मी घायल हुए। बरेली में कोतवाली, बारादरी, किला, कैंट और प्रेमनगर थानों में कुल 125 नामजद और 3000 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। आरोपियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और अन्य माध्यमों से की जा रही है।
बारादरी पुलिस ने श्यामगंज चौराहे पर भीड़ के साथ पुलिस टीम पर एसिड अटैक करने वाले चक महमूद निवासी मोईन उर्फ चोटी कटवा और फैजुल को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने “सिर तन से जुदा” जैसे नारे लगाते हुए बैरियर पर चढ़कर पुलिस पर जानलेवा हमला किया और तेजाब से भरी बोतलें फेंकीं।
साथ ही, कोतवाली और किला थाना क्षेत्र के अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें अदनान रजा, फरहान रजा, अहमद रजा, तकीम, जुबैर, सईद अहमद, साहिल, कोहिनूर, अफरोज, अरहान, सलमान और रेहान शामिल हैं। आरोपियों की निशानदेही पर प्लास्टिक के बोरे में ईंट-पत्थर, दो कारतूस, दो खोखे और एक तमंचा बरामद किया गया।
एसी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अधिकांश आरोपी नौजवान हैं। मीडिया के सामने पेश किए जाने पर उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि वे बहकावे में आ गए थे और भविष्य में ऐसी घटना नहीं होगी। मोईन उर्फ चोटी कटवा के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं और वह पहले भी शहर का माहौल खराब करने की कोशिश कर चुका है। पुलिस बाकी आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।