प्रयागराज: संगम की रेती पर माघ मेले की तैयारियां अब पूरी गति से चल रही हैं। मठों और आश्रमों के शिविर लगाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। मेला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के शिविरों के लिए भी भूमि पूजन विधिवत रूप से संपन्न हो चुका है।

सोमवार को द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज के शिविर के लिए वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भूमि पूजन किया गया। इस अवसर पर श्री मनकामेश्वर मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव यमुनापुरी और कई प्रमुख संत मौजूद रहे।

महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि माघ मेले में देशभर से श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने आते हैं। शंकराचार्य का शिविर विशेष रूप से इसलिए लगाया गया है ताकि लोग उनका दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि माघ मेले में हर साल शंकराचार्य का शिविर स्थापित किया जाता है, जहां बड़ी संख्या में संत और भक्त भजन-प्रवचन का लाभ उठाते हैं। साथ ही, कल्पवासियों की संख्या भी यहां काफी अधिक रहती है।

इसी क्रम में प्रयागराज के बाघंबरी मठ के महंत बलबीर गिरि जी महाराज के शिविर के लिए भी सोमवार को भूमि पूजन किया गया। वैदिक मंत्रों के साथ विधिवत पूजन-अर्चन और आरती के बाद शिविर स्थापना का काम शुरू कर दिया गया।

महंत बलबीर गिरि ने अक्षय वट मार्ग के पास शिविर के लिए भूमि पूजन किया और बताया कि माघ मेले के दौरान इस शिविर के माध्यम से विभिन्न धार्मिक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि माघ मेले का पहला स्नान तीन जनवरी को पौषण पूर्णिमा के दिन होगा। इसके बाद 15 जनवरी को मकर संक्रांति, 18 जनवरी को मौनी अमावस्या, 23 जनवरी को वसंत पंचमी, एक फरवरी को माघी पूर्णिमा और 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन स्नान का आयोजन होगा।